वो आईआरएएस अधिकारी जो एक घाटे में रहे पीएसयू को मुनाफे में लेकर आया और अपने पहले काव्य संग्रह से साहित्य जगत में धूम मचा दी
- Pallavi Priya
- Published on 1 Dec 2021, 6:44 pm IST
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हाइलाइट्स
- आईआरएएस अधिकारी यतीश कुमार ने हाल ही में अपना कविता संग्रह 'अंतस की खुरचन' प्रकाशित किया है।
- यतीश को उनके नेतृत्व कौशल के साथ-साथ पुस्तकों की 'काव्य समीक्षा' शुरू करने के लिए भी जाना जाता है।
बिहार के मुंगेर से आने वाले यतीश कुमार आईआरएएस (भारतीय रेलवे प्रशासनिक सेवा) अधिकारी हैं, और वर्तमान में ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड, कोलकाता के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। वह किसी भी पीएसयू के सीएमडी के रूप में नियुक्त होने वाले सबसे कम उम्र के अधिकारी हैं। लेकिन, रुकिए…यह उनकी तो उनकी बहुत सी उपलब्धियों में से सिर्फ एक उपलब्धि है।
यतीश का दिल कविता और साहित्य के लिए भी धड़कता है, और उन्होंने साहित्यिक क्षेत्र में अपनी विशिष्ट लेखन शैली और विचारों की अभिव्यक्ति के साथ अपनी एक अलग पहचान बनाई है। हाल ही में उनका पहला काव्य संग्रह ‘अंतस की खुरचन’ प्रकाशित हुआ है और चारों ओर इसकी खूब प्रशंसा हो रही है। इस पुस्तक में भावनाओं और सामाजिक मुद्दों पर लिखी गईं कविताएं हैं।
एक संवेदनशील कवि होने के अलावा, यतीश को पुस्तकों की अनूठी ‘काव्य समीक्षा’ शुरू करने के लिए भी जाना जाता है। अब तक उन्होंने 40 से अधिक उपन्यासों, कहानियों और यात्रा वृत्तांतों की समीक्षा की है।
आईआरएएस यतीश न सिर्फ कर्ज में डूबी एक कंपनी को मुनाफे में लाए, बल्कि निरंतर उसके मुनाफे को कई गुना बढ़ाकर एक मिसाल कायम कर रहे हैं।
इंडियन मास्टरमाइण्ड्स ने उनका वीडियो साक्षात्कार किया है। इसमें कुमार अपनी कविताओं, बचपन की यादों और सेवा में आने वाली कई चुनौतियों के बारे में बात करते हैं।
वीडियो के लिए लिंक यहां है :
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