अब किसकी बारी ?
- Indian Masterminds Bureau
- Published on 9 Aug 2023, 12:09 pm IST
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हाइलाइट्स
एक कहावत है, मनुज बली नहीं होत है, समय होत बलवान. यूपी ब्यूरोक्रेसी में हो रहे बड़े बदलावों को लेकर इस कहावत का जिक्र अब लोकभवन से लेकर लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) और बापू भवन में बैठने वाले नौकरशाही खूब कर रहे हैं. आखिर क्यों अचानक यह कहावत यूपी के बड़े -बड़े नौकरशाहों को […]
एक कहावत है, मनुज बली नहीं होत है, समय होत बलवान. यूपी ब्यूरोक्रेसी में हो रहे बड़े बदलावों को लेकर इस कहावत का जिक्र अब लोकभवन से लेकर लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) और बापू भवन में बैठने वाले नौकरशाही खूब कर रहे हैं. आखिर क्यों अचानक यह कहावत यूपी के बड़े -बड़े नौकरशाहों को याद आने लगी? तो इसकी वजह है बीते जुलाई माह में एक-एक कर कई अफसरों का एक झटके में हटाया जाना. जिन अफसरों को हटाया गया वह मुख्यमंत्री सचिवालय के बेहद ही करीबी अफसर माने जाते थे. लंबे समय से इन अफसरों के कामकाज को लेकर शिकायते मिल रही थी, लेकिन वह अपने पद पर जमे हुए थे. अदालत ने भी एक अफसर के बारे में टिप्पणी की उसके बाद भी उन्हे नहीं हटाया गया. हद तो तब हो गई जब मुख्यमंत्री ने एक अफसर ने एक्सप्रेस वे लिंक रोड के कार्य को तेज करने को कहा, तब भी उस अधिकारी ने कुछ तेजी नहीं दिखाई. और एक अफसर ने तो अपने कैबिनेट मंत्री के आदेश तक पर ध्यान देना बंद कर दिया. क्योंकि उन्हे सीएम के करीबी एक पावरफुल अफसर का आशीर्वाद प्राप्त था, जिसके चलते वह अपने कैबिनेट मंत्री की अनदेखी करने की गुस्ताखी कर रहे थे. लेकिन अचानक ही लोकभवन में बैठने वाले एक बड़े साहब जिनके नए साल में सूबे का मुख्यसचिव बनने की प्रबल संभावना है, वह कुछ ऐसा सक्रिय हुए कि एनसीआर में पांच साल से जमीन मैडम हटा दी गई. औद्योगिक विभाग में निवेश की फाइलों में अंडगे लगाने वाले और एक्सप्रेस वे लिंक रोड के निर्माण में सुस्ती दिखने वाले साहब भी वेटिंग लिस्ट में पहुंच गए. और कैबिनेट मंत्री की अनदेखी करने वाले महोदय को भी ऐसा ज़ोर का झटका लगा कि वह सातवें तले की बिल्डिंग के आलीशान कमरे के बाहर हो गए. अब सात मंजिल की आलीशान बिल्डिंग के भव्य कमरे में लोक भवन के पहले तल पर बैठने वाले बड़े साहब के नजदीकी अधिकारी पहुंच गए हैं . कहा जा रहा है कि नए साल में यह साहब लोक भवन के महत्वपूर्ण दायित्व निभाते हुए दिखेंगे क्योंकि उनके चहेते बास सूबे की नौकरशाही के हेड जो बन जाएँगे. कहा जा रहा है कि जो साहब सूबे की नौकरशाही के हेड बनने वाले हैं, उन्होने अब अपनी ताकत दिखाना शुरू कर दिया है. जिसके चलते उन्होने कई अफसरों को अहम पदों से हटवा कर यह संकेत दे दिया है कि वह सूबे के नए पावर सेंटर हैं. और वह जल्दी ही कुछ और ऐसे अफसरों को हटाएंगे जो लंबे समय से कुर्सी पर काबिज है और जनता की समस्याओं के निदान में लापरवाही बरते आ रहे है. ऐसे अफसरों का ब्यौरा वह तैयार कर उसे वह मुख्यमंत्री तक पहुंचा रहे हैं. इसकी भनक सूबे के तमाम बड़के अफसरों को हुई है और वह राज्य के नए बन रहे पावर सेंटर के करीब आने के प्रयास में लग गए हैं. अब देखना यह है कि लंबे समय से अहम पदों पर तैनात अफसरों में से सूबे की नौकरशाही के नए बास बनने वाले साहब मुख्यमंत्री ने किन किन बड़े अफसरों के विभाग बदलवाते हैं. फिलहाल तो उनके निशाने पर दो महिला आईएएस के पति हैं. इसके अलावा मुंबई की एक कंपनी को एक नगर निगम सहित कई सरकारी विभागों से काम देने वाले अधिकारी साहब के निशाने पर हैं. जल्दी ही इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा, ताकि उसको काम देने वाले अफसर समझ जाएँ, कि सबके कामों पर नजर रखी जा रही है.
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