आदिवासी युवाओं को करियर बनाने में मदद कर रहे हैं मितान केंद्र
- Pallavi Priya
- Published on 31 Jul 2023, 11:15 pm IST
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हाइलाइट्स
- पहला मितान केंद्र छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में ब्रिटिश युग वाली लाइब्रेरी में शुरू हुआ था
- इसकी सफलता को देखते हुए जिले में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस आठ और केंद्र खोले गए
- युवाओं को लोकल इंडस्ट्री में वैकेंसी की खबर देने के लिए एक पोर्टल भी लॉन्च किया गया
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के उच्चचिट्ठी गांव के मुकेश चौधरी को परिवार चलाने के लिए अच्छी नौकरी नहीं मिल रही थी। तभी उम्मीद की किरण जिला मुख्यालय में 68 साल पुरानी लाइब्रेरी के रूप में दिखी, जिसे एक हाई-टेक हब में बदल दिया गया था। लाइब्रेरी में मौजूद सुविधाओं से मुकेश को राज्य की शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी करने और 9वीं रैंक पाने में खूब मदद मिली।
सिर्फ उन्हें ही नहीं, कई अन्य युवाओं को भी लाइब्रेरी में हुए इस बदलाव का लाभ हुआ है। इसकी सफलता को देखते हुए जिले के हर ब्लॉक में अब एक लाइब्रेरी के साथ ‘मितान केंद्र’ (स्थानीय भाषा में ‘मितान’ का अर्थ ‘युवा’ होता है) नामक एक स्टडी सेंटर है। इसका श्रेय जिला कलेक्टर श्री तारण प्रकाश सिन्हा को जाता है, जो मानते हैं कि अवसरों की कमी और बेरोजगारी ही कानून-व्यवस्था की सभी समस्याओं की जड़ है।
इंडियन मास्टरमाइंड्स से बात करते हुए छत्तीसगढ़ कैडर के 2016 बैच के आईएएस अधिकारी ने कहा कि रायगढ़ जिले में लगभग 40% आदिवासी आबादी है। यहां युवाओं को भटकाने के लिए कई चीजें हैं, जो उन्हें गलत रास्ते पर ले जा रही हैं। उन्हें बचाने का एकमात्र तरीका यही है कि उन्हें खाली नहीं बैठने दें। साथ ही बेहतर अवसरों के साथ उन्हें सशक्त बनाएं।
ब्रिटिश काल की लाइब्रेरी का कायापलट
जिले में एक ब्रिटिश-युग की लाइब्रेरी थी। इसकी आखिरी बार मरम्मत 1960 के दशक में हुई थी। वहां जगह की कोई कमी नहीं थी। किताबें भी खूब थीं। लेकिन इसकी खराब हालत के कारण कोई भी इसे देखने नहीं जाता था। प्रशासन ने इसे वाईफाई, छात्रों के लिए 220 अलग-अलग केबिन, कॉन्फ्रेंस हॉल और डिस्कशन रूम जैसी उच्च तकनीकी सुविधाओं के साथ बदलने की पहल की। प्रत्येक शनिवार को यहां युवाओं के लिए सरकारी अधिकारियों द्वारा करियर गाइड का प्रोग्राम होता है। इन सभी सुविधाओं से यहां आने वालों की संख्या में वृद्धि हुई। इस सफलता को देखते हुए प्रशासन ने प्रत्येक ब्लॉक में ऐसे केंद्र बनाए, जिन्हें मितान क्लब नाम दिया गया है।
मितान क्लब
मितान क्लब के बारे में बात करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में एक युवा सुविधा केंद्र की आवश्यकता है, जो स्थानीय मुद्दों, विशेषकर युवाओं के करियर संबंधी मुद्दों का समाधान कर सके। इसलिए सभी सात ब्लॉकों में मितान केंद्र की स्थापना की गई। धरमजयगढ़ में एक अतिरिक्त केंद्र स्थापित किया गया, क्योंकि वह बहुत दूर पड़ता है।
घरघोड़ा में ब्रिटिश युग में बना बॉयज प्राइमरी स्कूल जर्जर हो गया था। एनटीपीसी, तलाई पाली के सहयोग से जिला प्रशासन ने स्कूल का उद्धार किया और इसे मितान केंद्र में बदल दिया।
इनमें से प्रत्येक केंद्र में 25-30 लोगों की बैठने की क्षमता वाली एक लाइब्रेरी, एक डिजिटल लाइब्रेरी, तीन-चार कंप्यूटर, स्पोर्ट्स लाइब्रेरी जिसमें लूडो, शतरंज जैसे इनडोर गेम, एक कॉन्फ्रेंस रूम और वाईफाई सुविधाएं हैं। इनके अलावा रोजाना के अखबारों को पढ़ने की सुविधा भी मिलती है। यहां युवा आपस में मिल सकते हैं और विभिन्न गतिविधियों में भाग ले सकते हैं। जैसे-करियर मार्गदर्शन, ग्रुप डिस्कशन, खेल आदि।
माइनिंग इंडस्ट्री की सीएसआर गतिविधियों के सहयोग से प्रशासन क्लब में नीट/जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग सुविधाएं भी मुफ्त मिलती हैं। कलेक्टर सिन्हा ने कहा, “जिला प्रशासन ने हाटी और नवरंगपुर जैसे क्लस्टर स्तर पर लाइब्रेरी की सुविधा भी दी है। अब और अधिक दूरदराज के इलाकों में भी ऐसे केंद्र खोलने की योजना बना रहा है, ताकि युवाओं को अपने घरों के पास ही अच्छी शिक्षा का माहौल मिल सके।”
पोर्टल के माध्यम से नौकरी
प्रशासन ने इसके आगे लोकल इंडस्ट्री के मैनेजमेंट से मुलाकात की और उनसे स्थानीय युवाओं को नौकरी देने के लिए कहा।
इसके बाद एक जिला रोजगार समिति बनाई गई। उसने रायगढ़ रोजगार मितान पोर्टल लॉन्च किया। इस पोर्टल के जरिये कंपनियां वैकेंसी पोस्ट कर सकती हैं। इससे नौकरी चाहने वालों को उसकी जानकारी मिल सकती है। उन्हें प्लेसमेंट ड्राइव का समय और स्थान भी पता चल सकता है। इस पोर्टल का शुभारंभ 4 अप्रैल 2023 को तमनार मेगा रोजगार मेला में किया गया था। इस पोर्टल पर 3500 से अधिक नौकरी चाहने वालों और लगभग 100 कंपनियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। अब तक लगभग 1000 लोगों को इसके जरिये विभिन्न कंपनियों में प्लेसमेंट मिल चुका है। पोर्टल का लिंक है – raigarhrozgarmitan.in
यह पोर्टल रियल टाइम है। नौकरी चाहने वाला कोई भी व्यक्ति इस पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद एक फॉर्म भर सकता है। योग्यता और रुचि के आधार पर उन्हें विभिन्न नौकरियों का सुझाव दिया जाता है और फिर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
इस तरह, मितान क्लब और पोर्टल विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में परीक्षा की तैयारी और विकास के लिए अनुकूल माहौल बनाकर युवाओं को अपने सपने को पूरा करने का अवसर दे रहे हैं।
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