कैसे बंगाल में व्हाट्सएप के माध्यम से की गई एक पहल जनता के लिए आसान बना रही है सरकार के काम
- Ayodhya Prasad Singh
- Published on 26 Nov 2021, 2:31 pm IST
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हाइलाइट्स
- पश्चिम बंगाल के खाद्य और आपूर्ति विभाग की बेहतरीन पहल, राज्य के नागरिकों को वाट्सऐप चैटबॉट से मिलेंगी कई सुविधाएं
- घर बैठे कर सकते हैं राशन कार्ड के लिए आवेदन, दर्ज करा सकते हैं कोई शिकायत, किसानों को भी मिलेंगी कई सुविधाएं
- इंडियन मास्टरमाइण्ड्स की इस खास रिपोर्ट में जानिए क्या होता है चैटबॉट, कैसे करता है ये काम
वर्तमान समय में, सोशल मीडिया पर अक्सर ये इल्जाम लगते रहते हैं कि इसने युवा पीढ़ी को बहुत नुकसान पहुंचाया है और समाज में वैमनस्य बढ़ाया है। लेकिन इसी सोशल मीडिया के माध्यम बंगाल सरकार का खाद्य एवं आपूर्ति विभाग (फुड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट) आम आदमी की मदद कर रहा है। विभाग ने सोशल मीडिया मेसेजिंग ऐप वाट्सऐप के माध्यम से वाट्सऐप चैटबॉट लॉन्च किया है। विभाग इसकी मदद से आम आदमी की मदद करेगा। वाट्सऐप चैटबॉट की सहायता से कोई भी व्यक्ति अपने राशन कार्ड से जुड़ी किसी समस्या या नए आवेदन, कोई भी शिकायत या अन्य कोई जरूरी मदद के लिए विभाग तक आसानी से घर बैठे ही पहुंच सकता है। इतना ही नहीं, विभाग के अनुसार इस चैटबॉट से किसानों की भी बहुत मदद होगी और उसे धान से संबंधित खरीद की सटीक जानकारी मिलती रहेगी।
सरकार के अनुसार यह वाट्सऐप चैटबॉट बिलकुल मुफ्त है और इसकी सुविधाएं उठाने के लिए कोई शुल्क नहीं देना है। चैटबॉट को अंग्रेजी और बंगाली दो भाषाओं में इस्तेमाल किया जा सकता है। 1999 बैच के आईएएस अधिकारी और राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सचिव आईएएस परवेज सिद्दीकी ने इस सुविधा के लिए वाट्सऐप का आभार जताते हुए कहा है, “यह एक ऐसी सुविधा है जो आज के टेक्नोलॉजी वाले दौर में निश्चित रूप से होनी चाहिए।”
क्या होता है चैटबॉट?
सबसे पहले आपको बताते हैं कि आखिर चैटबॉट क्या होता है। दरअसल चैटबॉट अंग्रेजी के दो शब्दों से मिलकर बना है, चैट और बॉट। चैट का मतलब है, बातचीत करना। और बॉट का मतलब होता है रोबोट, यानी एक तरह की मशीन जो खास तौर पर कंप्यूटर के द्वारा डाले गए प्रोग्राम या निर्देशों के आधार पर काम करती है और यह कई मुश्किल भरे कामों को आसानी से कम समय में कर सकता है। इस तरह चैटबॉट का अर्थ हुआ, बातचीत करने वाला कोई रोबोट। लेकिन ये रोबोट कोई भौतिक (फिजिकल) रूप से न होकर एक ऐप के रूप में है। यूं समझिए कि चैटबॉट एक कम्प्यूटर प्रोग्राम है, जिसे साधारणता सवाल-जवाब के लिए बनाया गया है। कोई भी इसके माध्यम से सवाल पूछ सकता है और यदि सिस्टम में उसका जवाब है तो फौरन आपको मिलेगा।
सचिव ने बताया आज के दौर की जरूरत
इस चैटबॉट में राशन कार्ड एप्लीकेशन फॉर्म, एप्लीकेशन की ट्रेकिंग, आधार लिंक, धान की बिक्री के सटीक जानकारी आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं। आईएएस परवेज सिद्दीकी कहते हैं, “चैटबॉट के माध्यम से आम लोगों की विभाग तक पहुंच बहुत आसानी से हो जाएगी। यह न सिर्फ लोगों की समस्याओं का हल उन्हें घर बैठे बताता है, बल्कि कई जानकारियां भी देता है। इसके माध्यम से विभाग के सभी सेंटरों की सर्विस का फायदा कोई भी व्यक्ति घर बैठे ही पा सकता है। अब लोग अपने काम को जल्दी निपटा सकते हैं, साथ ही यह पता लगा सकते हैं कि खाने की सप्लाई सही ढंग से राज्य के दूरस्थ हिस्से में पहुंच रही है या नहीं। यह एक ऐसी सुविधा है जो आज के टेक्नोलॉजी वाले दौर में निश्चित रूप से होनी चाहिए।”
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल सरकार ‘दुआरे राशन’(घर-घर राशन) योजना चला रही है। इस योजना का लाभ राज्य के लगभग 10 करोड़ लोगों तक पहुंचेगा। इसी योजन को सफल बनाने के लिए खाद्य और आपूर्ति विभाग ने ‘व्हाट्सएप चैटबॉट’ के साथ-साथ एक मोबाइल एप्लिकेशन, ‘खाद्य साथी: अमार राशन मोबाइल एप’ की भी शुरुआत की है।
कैसे करें इस्तेमाल
बंगाल सरकार का कहना है कि चैटबॉट की सुविधा से राशन कार्ड से जुड़े राज्य के 10 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को और बहुत से लाभ मिल सकेंगे। इसकी मदद से लोग विभाग के कार्यलय न जाकर वाट्सऐप पर ही काम निपटा सकते हैं। वहीं, इस चैटबॉट का इस्तेमाल बेहद आसान है। इसके चैटबॉट सुविधा पाने के लिए वाट्सऐप ऐप इस्तेमाल करने वाले लोगों को नीचे दिये गए लिंक पर जाकर ‘Hi’ का मैसेज भेजना होगा।
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