गया: वैक्सीन लगवा चुके लोगों के लिए डीएम की अनोखी पहल
- Ayodhya Prasad Singh
- Published on 22 Oct 2021, 1:14 pm IST
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हाइलाइट्स
- बिहार के गया में वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके लोगों के लिए कई सुविधाएं
- गया के डीएम और 2006 बैच के आईएएस अधिकारी श्री अभिषेक सिंह की पहल
- नवंबर तक जिले में टीकाकरण पूरा करने का लक्ष्य
- पूर्ण टीकाकरण करा चुके 10 गांवों के लिए निशुल्क एंबुलेंस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए गया के डीएम अभिषेक सिंह ने (क्रेडिट: सोशल मीडिया)
कोरोना महामारी के खिलाफ बचाव ही सबसे सुरक्षित रास्ता है, और इस बचाव के लिए बेहद जरूरी है टीकाकरण। भारत में टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच बिहार के गया जिले में टीकाकरण को लेकर डीएम अभिषेक सिंह के प्रयासों की सराहनों हर जगह हो रही है। लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने और टीकाकरण के बाद उनकी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अभिषेक कई तरह के शानदार प्रयास कर रहे हैं, जिनकी गूंज पूरे जिले में सुनाई पड़ रही है।
2006 बैच के आईएएस और गया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह वैक्सीन लगवाने वाले गांवों और लोगों को तरह-तरह की सुविधाएं दे रहे हैं। हाल ही में गया जिले के बोधगया कस्बे में स्थित 10 गांवों के लिए जिलाधिकारी ने निशुल्क एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन 10 गांवों में टीकाकरण पूरी तरह हो चुका है और सभी लोग वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं। इसके अलावा वैक्सीन लगवाने वाले परिवारों को चापाकल दिये जा रहे हैं और उनके आस-पास हैंड-पंप भी लगवाए जा रहे हैं। वहीं वैक्सीन लगवाने वाले गरीब लोगों के उत्साहवर्धन के लिए सरकार से मिलने वाले राशन के अतिरिक्त भी राशन दिया जा रहा है। डीएम की इन नवीन पहलों की तारीफ हर तरफ खूब हो रही है।
कोविड-19 महाअभियान के तहत गया जिले में अब तक लगभग डेढ़ लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। पूरे राज्य में जिले का तीसरा स्थान है। जिला प्रशासन एवं जिला स्वास्थ्य समिति और विभिन्न संगठनों द्वारा चलाए जा रहा जागरूकता अभियान की वजह से गया तीसरी लहर से लड़ने के लिए तेजी से तैयारी कर रहा है।
गांव हों कोरोना मुक्त
गया जिले में गांव को संक्रमण मुक्त करने के उद्देश्य से पंचायत स्तर पर कोरोना वैक्सीन का अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। श्री अभिषेक के अनुसार प्रशासन का लक्ष्य है कि नवंबर तक पूरे जिले में टीकाकरण अभियान पूरा कर लिया जाए और जिले को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया जाए।
इंडियन मास्टरमाइण्ड्स के साथ एक खास बातचीत में आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा, “जिले के बोधगया में करीब 10 गांव ऐसे हैं, जहां पर 100 फीसदी लोग वैक्सीनेटेड हैं और दोनों खुराक ले चुके हैं। इसीलिए हमने टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने और उनका उत्साह बढ़ाने के लिए एक ट्रस्ट की मदद से इन गांवों में निशुल्क एम्बुलेंस की सुविधा दी है। इससे एक तो लोग जागरूक होंगे और अपने गांव में भी ऐसी सुविधाओं के लिए टीकाकरण पर जोर देंगे। जिलावासियों से अपील है कि जिस प्रकार इन 10 गांव ने शत-प्रतिशत कोरोना वैक्सीन लेकर खुद को और अपने गांव को कोरोना महामारी से सुरक्षित किया है, उसी प्रकार प्रकार सभी लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेकर अपने गांव और जिले को सुरक्षित बनाएं।”
अन्य प्रयास
अभिषेक कहते हैं, “हम दलित, महादलित और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भी टीकाकरण के प्रति जागरूक कर रहे हैं। वैक्सीन लगवाने वाले ऐसे समुदायों को सरकार से मिलने वाले राशन के अतिरिक्त भी राशन दिया जा रहा है। इसके लिए हम सामाजिक संस्थाओं और एनजीओ के माध्यम से काम कर रहे हैं। साथ ही वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वाले परिवारों के यहां चापाकल लगवाए जा रहे हैं। हम आगे भी इस तरह की गतिविधियां जारी रखेंगे। जैसे-जैसे लोग टीकाकरण कराते जाएंगे, हम उनके उत्साहवर्धन के लिए और सुविधाएं लाएंगे।”
आईएएस अधिकारी श्री अभिषेक के प्रयासों के फलस्वरूप कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान सामाजिक संस्थाओं द्वारा वैक्सीनेशन के लिए लोगों को खूब प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही वैक्सीन लगवाने लोगों को उपहार स्वरूप छाता, साड़ी, कुर्ता और खाद्य सामग्री भी दी गई है। वहीं सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के 10 गांवो में पीने के पानी के लिए हैंडपंप भी लगवाया गया है। इतना ही नहीं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी सामाजिक संस्था की तरफ से सिलाई सिखाई जाती है और कई महिलाओं को सिलाई मशीन भी दी गई है। उद्देश्य है कि महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए।
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