कौन हैं सीआईएसएफ के नए महानिदेशक बने आईपीएस शीलवर्धन सिंह? क्या है सीआईएसएफ के प्रमुख काम?
- Indian Masterminds Bureau
- Published on 11 Nov 2021, 7:48 pm IST
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हाइलाइट्स
- सीआईएसएफ के नए महानिदेशक बने शीलवर्धन सिंह, 1986 बैच के हैं आईपीएस ऑफिसर
- 1969 में हुई थी सीआईएसएफ की स्थापना, 1,63,590 कर्मियों की है वर्तमान में फोर्स
- क्रेडिट: सोशल मीडिया
केंद्र सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शील वर्धन सिंह को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का नया मुखिया बनाया गया है। वो अपनी सेवानिवृत्ति 31 अगस्त, 2023 तक इस अहम पद पर रहेंगे। 1986 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी सिंह वर्तमान में खुफिया ब्यूरो में विशेष निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के डीजी एम ए गणपति फिलहाल सीआईएसएफ का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे। पूर्व डीजी सुबोध कुमार जायसवाल को मई 2021 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद डीजी का पद खाली हो गया था।
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल केवल तीन बटालियनों की संख्या के साथ कुछ संवेदनशील सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को सम्पूर्ण सुरक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से साल 1969 में अस्तित्व में आया।
तब से यह बल 1,63,590 कर्मियों की वर्तमान फोर्स के साथ देश के एक प्रमुख कुशल संगठन के रूप में विकसित हुआ है। वर्तमान में सीआईएसएफ में 12 रिजर्व बटालियन, 08 प्रशिक्षण संस्थान और 63 अन्य संगठन हैं।
सीआईएसएफ वर्तमान में देश भर में 352 प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करता है। इस बल का अपना फायर विंग भी है जो उपरोक्त प्रतिष्ठानों में से 104 को सेवाएं देता है।
सीआईएसएफ, भारत की सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी सुविधाएं जैसे परमाणु प्रतिष्ठान, अंतरिक्ष प्रतिष्ठान, हवाई अड्डे, बंदरगाह, बिजली संयंत्र, ऐतिहासिक स्मारकों, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, बिजली, कोयला, इस्पात और खनन जैसे भारतीय अर्थव्यवस्था के मूल क्षेत्रों सहित सामरिक प्रतिष्ठानों आदि को सुरक्षा प्रदान करता है।
इसके अलावा, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल महत्वपूर्ण सरकारी भवनों, प्रतिष्ठित विरासत स्मारकों और दिल्ली मेट्रो को भी सुरक्षा प्रदान कर रहा है। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के पास एक विशिष्ट वीआईपी सुरक्षा भी है जो महत्वूपर्ण व्यक्तियों को चैबीस घंटे सुरक्षा उपलब्ध करवाता है। वर्तमान में सीआईएसएफ, जेड प्लस, जेड, एक्स, वाई के रूप में वर्गीकृत संरक्षित व्यक्तियों को भी सुरक्षा प्रदान कर रहा है।
सीआईएसएफ निजी क्षेत्र की कुछ इकाइयों और दिल्ली में महत्वपूर्ण सरकारी भवनों को भी सुरक्षा प्रदान कर रहा है।
नवंबर 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद, निजी कॉर्पोरेट प्रतिष्ठानों को भी सुरक्षा कवर प्रदान करने के लिए सीआईएसएफ का विस्तार किया गया था। सीआईएसएफ निजी संस्थाओं को सुरक्षा परामर्श सेवाएं भी प्रदान करता है।
इसीलिए माना जा रहा है कि आईपीएस अधिकारी शील वर्धन सिंह को सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
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