यूपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, खीरी हिंसा की जांच कर रहे डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल सहित 6 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के तबादले
- Indian Masterminds Bureau
- Published on 22 Oct 2021, 10:37 pm IST
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हाइलाइट्स
- लखीमपुर खीरी हिंसा केस के लिए गठित एसआईटी के प्रमुख डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल का तबादला
- 1999 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ संजीव गुप्ता को लखनऊ में आईजी लॉ एंड ऑर्डर बनाया गया है
- योगी आदित्यनाथ सरकार ने कुल 6 आईपीएस अफसरों का किया है तबादला
- डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल
उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए लखीमपुर खीरी हिंसा कांड की जांच कर रही एसआइटी के मुखिया डीआईजी उपेन्द्र कुमार अग्रवाल का तबादला कर दिया है। इसके साथ ही देर रात 5 और आइपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इन पांच नामों में आईजी संजीव गुप्ता, अनिल कुमार राय, केपी सिंह, एमआरडी राव और राकेश सिंह शामिल हैं।
डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल को लखनऊ स्थित पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से हटाकर देवीपाटन रेंज (गोंडा) का डीआईजी बनाया गया है। उपेंद्र अग्रवाल लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा की जांच कर रही छह सदस्यीय एसआइटी टीम के प्रमुख हैं। हालांकि वे तबादले के बाद भी इस पद पर भी बने रहेंगे।
वहीं, 1999 बैच के आईपीएस अधिकारी और आईजी अयोध्या के पद पर तैनात डॉ संजीव गुप्ता को लखनऊ में आईजी लॉ एंड ऑर्डर बनाया गया है। जबकि बस्ती में आइजी के पद पर तैनात आईपीएस अनिल राय को बतौर पुलिस महानिरीक्षक पीएसी सेंट्रल जोन लखनऊ में तैनात किया गया है। आईपीएस केपी सिंह को अयोध्या रेंज का पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है।
वहीं, डीजीपी ऑफिस में पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था के पद पर तैनात आईपीएस मोदक राजेश को पुलिस महानिरीक्षक बस्ती रेंज में तैनाती दी गयी है। जबकि गोण्डा के आइजी पद पर तैनात राकेश सिंह को प्रयागराज रेंज के पुलिस महानिरीक्षक के पद पर तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि इस माह की शुरुआत में भी 7 आईपीएस अधिकारियों का तबादला हुआ था।
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