राजस्थान: ऊर्जा महकमे की जिम्मेदारी मिलते ही आईएएस सुबोध ने बिजली संकट से निपटने की बनाई योजना
- Indian Masterminds Bureau
- Published on 1 Oct 2021, 2:31 am IST
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हाइलाइट्स
- आईएएस सुबोध ने संभाला ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का कार्यभार
- बिजली संकट से निपटने की बनाई योजना
- मांग और आपूर्ति का रियल टाइम डेटा से होगा विश्लेषण
- आईएएस सुबोध अग्रवाल अपने ऑफिस में बैठक करते हुए (क्रेडिट: सोशल मीडिया)
हाल के दिनों में राजस्थान में गहराए बिजली संकट के बाद अब ऊर्जा मंत्रालय चेता है। ऊर्जा विभाग ने इस संकट से निपटने के लिए विद्युत उत्पादन, उपलब्धता और मांग के रियल टाइम डेटा का नियमित विश्लेषण करने के आदेश दिये हैं।
ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने अधिकारियों को इस आदेश के अतिशीघ्र लागू करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए अलग मैकेनिज्म विकसित करने की योजना भी बनाई है।
बता दें कि राज्य में 2200 लाख यूनिट की प्रतिदिन मांग है। लेकिन इस बार अगस्त के महीने में बरसात नहीं होने से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। साथ ही उत्पादक कंपनियों के पास कोयला की कमी भी संकट का एक मुख्य कारण है। मौजूदा समय में हर दिन 2100 से 2200 लाख यूनिट बिजली की मांग चल रही है।
सचिवालय में कार्यभार संभालने के बाद अग्रवाल ने राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम, जयपुर विद्युत वितरण निगम और ऊर्जा विकास निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रदेश और अन्य प्रदेशों में विद्युत उत्पादन, मांग और आपूर्ति, विद्युत की खरीद और विक्री दर के डेटा अधिकारियों की टिप्स में होने चाहिए। इससे प्रदेश में विद्युत उत्पादन, मांग और आपूर्ति में संतुलन बनाया रखा जा सकेगा।
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