डीआईजी साहब क्या करें, जब पत्नी लड़ें चुनाव
- Indian Masterminds Bureau
- Published on 10 Jul 2023, 4:15 pm IST
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हाइलाइट्स
- बड़बोलेपन के शिकार बिहार के एक सीनियर आईपीएस अधिकारी हो गए हैं। अपनी नहीं, पत्नी की वजह से I
यह हो ही नहीं सकता कि बिहार का जिक्र आने पर बड़बोलेपन की चर्चा न हो। इस बार इस बड़बोलेपन के शिकार एक सीनियर आईपीएस अधिकारी हो गए हैं। अपनी नहीं, पत्नी की वजह से। अधिकारी हैं- चंपारण रेंज के डीआईजी जयंत कांत। बिहार कैडर के 2009 बैच के इस आईपीएस अधिकारी की पत्नी स्मृति पासवान समाजसेवा में लगातार लगी रहती हैं। अब ऐसा बहुत कम होता है कि सेवा करते-करते मेवा खाने की इच्छा न हो।
डीआईजी साहब की पत्नी की यही इच्छा पति की इमेज के लिए भारी पड़ रही है। जयंत कांत की अभी तक जहां भी पोस्टिंग हुई, तटस्थ होकर काम करने वाले अफसर माने गए। लेकिन पत्नी ने जमुई से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जगजाहिर कर उनको असमंजस में डाल दिया है। वह भी दिवंगत लोजपा नेता रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान की संसदीय सीट जमुई से। अभी यह नहीं बताया है कि वह किस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। वैसे संभावनाएं जदयू या कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की है। इसमें भी जदयू से संभावना बहुत अधिक है।
स्मृति पासवान ने इस तरह चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा करके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कट्टर विरोधी चिराग पासवान के लिए मुसीबत जब खड़ी करेंगीं, तब करेंगी। फिलहाल तो उनके पति और सीनियर आईपीएस अधिकारी जयंत कांत के लिए अब भी तटस्थ रहने की चुनौती खड़ी हो गई है। यह देखते हुए कि एसएसपी के तौर पर पिछली पोस्टिंग के दौरान मुजफ्फरपुर में विवाद हो गया था। ट्रांसफर से कुछ पहले उन्होंने नियमों की अनदेखी कर कई थानेदारों की पोस्टिंग कर दी थी। इस पर आईजी पंकज कुमार सिन्हा ने शो-कॉज किया था। दरअसल एसएसपी रहते इसी साल फरवरी में उन्होंने दो साल और एक साल से कम अवधि में एक थानेदार को हटाकर दूसरे की पोस्टिंग करने से पहले आईजी से परमिशन नहीं ली थी।
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