रायपुर पुलिस की पहल: महिलाओं की सुरक्षा और जागरूकता के लिए महिला पुलिसकर्मी करेंगी पिंक गश्त
- Ayodhya Prasad Singh
- Published on 30 Nov 2021, 10:35 am IST
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हाइलाइट्स
- महिला सुरक्षा को लेकर रायपुर पुलिस की अभिनव पहल, 'पिंक गश्त-2021' के नाम से शुरू किया अभियान
- 9479190167 पर महिलाएं करें शिकायत, पिंक गश्त टीम फौरन लेगी एक्शन
- 152 महिला पुलिसकर्मियों की 15 टीमें लगी हैं इस अभियान में
- 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी और रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल (बाएं)
छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण के लिए पिंक गश्त पहल शुरू की है। इसके तहत महिला पुलिसकर्मियों की टीम चौराहों, शहर के मुख्य बाजारों में अपने नए स्कूटर से गश्त कर रही हैं। इस दौरान महिला पुलिस राजधानी की महिलाओं से मिलकर उन्हें अपराधों से बचने के लिए सुरक्षा टिप्स दिए, साथ ही पुलिस के हेल्पलाइन नंबर और व्हाट्सऐप नंबर को लेकर जागरूक भी किया।
इस पहल का मूल उद्देश्य राज्य में महिलाओं के लिए निडर वातावरण बनाना और कभी भी पुलिस से आसानी से सम्पर्क करने के लिए प्रेरित करना है। वहीं, पुलिस ने महिलाओं को सोशल मीडिया को लेकर आवश्यक सावधानियों के बारे में भी बताया है। रायपुर पुलिस की इस मुहिम के चर्चा सोशल मीडिया पर भी खूब रही और ट्विटर पर ‘पिंक गश्त’ ट्रेंडिंग टॉपिक में रहा।
खास बात ये है कि वे महिलाओं एवं बच्चे, जो सुन और बोल नहीं सकते, उनके लिए भी रायपुर पुलिस उनके शिक्षकों के माध्यम से सांकेतिक भाषा में जानकारी देकर जागरूक किया। इंडियन मास्टरमाइण्ड्स से बात करते हुए रायपुर के एसएसपी ने बताया कि 152 महिला पुलिसकर्मियों की टीम जब शहर में घूमेगी तो यकीन मानिए महिला शक्ति का मनचलों और अपराधियों पर भारी पड़ेगा।
रायपुर पुलिस की सभी महिला पुलिस अधिकारी और कर्मचारी, महीने में एक बार 2-3 दिन का जागरूकता अभियान चलाएंगी और महिलाओं से मिलेंगी। पुलिस की टीम मार्केट एरिया, शॉपिंग मॉल्स, गर्ल्स हॉस्टल और गर्ल्स कॉलेज आदि जगहों पर जाएंगी और उनकी समस्याएं सुनेंगी। पिंक गश्त के दौरान रायपुर महिला पुलिस, महिलाओं को अपराधों से बचने के बारे में सेफ्टी टिप्स देंगी और कोई भी घटना होने पर या होने की आशंका पर पुलिस से बेहिचक सम्पर्क करने के लिए प्रेरित करेंगी।
2008 बैच के आईपीएस अधिकारी और रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने इंडियन मास्टरमाइण्ड्स से बात करते हुए कहा, ‘पिंक गश्त पहल का उद्देश्य महिलाओं के लिए शहर में भय-मुक्त माहौल बनाना है। साथ ही हमारी इस अभियान से हम उन्हें जागरूक करना चाहते हैं कि कैसे उन्हें वो कभी भी पुलिस से आसानी से संपर्क कर सकती हैं। हम ये अभियान हर महीने चलाएंगे। अभी हमने इसके लिए 15 टीमें गठित की हैं, जिसमें 152 महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं। सभी टीमों को कुछ टार्गेट एरिया दिये गए हैं। लगभग 4000 महिलाओं और बच्चों को जागरूक करने के लिए 3500 पम्पलेट, की-रिंग एवं पेन वितरित किए गए। साथ ही हेल्पलाइन नम्बर 94791-90167, 94791-91099 प्रचारित कभी भी किसी समस्या में पुलिस से संपर्क करने के लिए कहा गया। हमारी टीम ने कई जगह महिलाओं को आत्म रक्षा के लिए कराटे भी सिखाए।”
इस योजना का असर भी फौरन दिख रहा है और पुलिस को कई जगहों से फोन आ रहे हैं। जिस पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाई करके संबन्धित महिला को राहत पहुंचाई। पिंक गस्त महिला हेल्पलाइन नंबर 94791 90167 पर 25 नवंबर की रात 2.50 न्यू बस स्टैंड पर काम करने वाले एक कर्मी का कॉल आया कि वहां पर एक नाबालिक लड़की बहुत देर से बैठी हुई है।
इस सूचना पर महिला टीम ने वहां पहुंचकर उस नाबालिक लड़की को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा कर उसके माता-पिता के सुपुर्द किया गया। बालिका से पूछताछ करने पर वह बताई कि वह बस्तर संभाग के एक शहर की रहने वाली है और अपने माता-पिता से नाराज होकर गुस्से से घर से अकेली निकल गई और रायपुर न्यू बस स्टैंड पहुंच गई थी।
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