आईएएस अधिकारी की उन्नयन योजना जिसने बदल दी बिहार में शिक्षा की बयार, अब बोर्ड परीक्षाओं के लिए कराएगी क्रैश कोर्स
- Ayodhya Prasad Singh
- Published on 18 Dec 2021, 10:53 am IST
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हाइलाइट्स
- 2004-बैच के आईएएस पश्चिम चंपारण जिले के डीएम अधिकारी कुंदन कुमार ने बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद के लिए छात्रों के लिए क्रैश कोर्स शुरू किया है।
- इन पाठ्यक्रमों को बहुचर्चित 'उन्नयन योजना' के तहत कराया जा रहा है। फेसबूक से लेकर यूट्यूब और 'उन्नयन ऐप: मेरा मोबाइल मेरा विद्यालय' पर भी स्मार्ट कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
- प्रखंड स्तर पर स्क्रीनिंग के बाद चयनित जिले के सौ चयनित छात्रों के लिए विशेष कक्षाएं भी संचालित की जाएंगी। पिछले साल इन कक्षाओं के छात्र राज्य के टॉपर्स की सूची में आए थे।
कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है। लॉकडाउन की वजह से स्कूल, कॉलेज और तमाम शिक्षण संस्थानों के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। ऐसे में परीक्षाओं के नजदीक आते ही बच्चों के ऊपर दबाव बढ़ता है। लेकिन बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में प्रशासन छात्रों की मदद के लिए कुछ विशेष कार्य कर रहा है। जिले के डीएम कुन्दन कुमार की एक नवीन और शानदार पहल ‘उन्नयन योजना’ के तहत, छात्रों के मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए क्रैश कोर्स का संचालन किया जा रहा है। हाल ही में क्रैश कोर्स की ऑफलाइन क्लासेस के लिए इंट्रेंस परीक्षा का आयोजन किया गया, जहां लगभग 1000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने इसमें हिस्सा लिया।
वहीं, उन्नयन योजना के तहत स्मार्ट क्लासेस का संचालन पहले से ही किया जा रहा है, जिसे उन्नयन ऐप से लेकर फेसबूक और यूट्यूब पर छात्र देख सकते हैं। क्रैश कोर्स की तैयारी के लिए विभिन्न विषयों के शिक्षकों का चयन भी किया जा चुका है। चयनित शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। जल्द ही कोर्स शुरू कर दिया जायेगा। तैयार कोर्स को फेसबूक, यूट्यूब और उन्नयन ऐप पर डाला जायेगा। फिर इसे विद्यार्थी अपने मोबाइल पर ही देखकर भी तैयारी कर सकेंगे। जिन विद्यार्थियों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है, उनके लिए स्कूलों में स्मार्ट क्लास के जरिये कोर्स चलाया जायेगा। इस संबंध में जिले के सभी हाई स्कूलों के हेडमास्टरों को जल्द ही निर्देश जारी किया जायेगा। इंडियन मास्टरमाइण्ड्स ने इस बारे में डीएम कुन्दन कुमार से बातचीत की।
क्रैश कोर्स
मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए दो स्तर पर कोर्स शुरू किया जायेगा। इसका लाभ जिले के 265 हाई स्कूलों के विद्यार्थियों को मिलेगा। वहीं, क्रैश कोर्स चालू हो जाने के बाद जिले के सौ चयनित विद्यार्थियों के लिए स्पेशल क्लास चलेगी। इसके लिए प्रखंड स्तर पर स्क्रीनिंग चलाकर विद्यार्थियों का चयन किया जायेगा। पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा में स्पेशल क्लास में शामिल होने वाले विद्यार्थी राज्य के टॉपर की सूची में आये थे।
जिलाधिकारी ने कहा, “शिक्षा विभाग की विशेष टीम द्वारा जिले के मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं के लिए क्लास का संचालन किया जा रहा है। प्रवेश परीक्षा इसलिए ली जा रही है, ताकि सभी बच्चे पूरी तरह से परीक्षा के लिए तैयार हो सकें। कई बच्चे सीधे परीक्षा में बैठने पर असहज महसूस करते हैं तथा परीक्षा में पूछे गये प्रश्नों का सही तरीके से जवाब नहीं दे पाते हैं। लेकिन इस परीक्षा से बच्चों का मनोबल बढ़ेगा और वे मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में सहजता एवं सरलता के साथ शामिल हो सकेंगे तथा बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”
जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के लिए ऑफलाइन क्लास के साथ-साथ ऑनलाइन क्लासेज का संचालन भी किया जायेगा। जो बच्चे ऑफलाइन क्लास में भाग नहीं ले सकते हैं, वे घर बैठे ही ऑनलाइन क्रैश कोर्स के माध्यम से ज्ञान अर्जित करें। ऑनलाइन क्लास के दौरान बच्चे प्रश्न भी पूछ सकते हैं, पूछे गये प्रश्नों का समुचित जवाब भी दिया जाता है। इसके साथ ही टेस्ट सीरीज भी चलाई जाएगी, जिससे बच्चे खूब अभ्यास कर सकें।
उन्नयन योजना
2004 बैच के आईएएस अधिकारी कुन्दन कुमार जब बांका के डीएम थे, तब उन्होंने ‘उन्नयन योजना’ की शुरुआत की थी। इसका लक्ष्य था, क्वालिटी शिक्षा को हर घर तक पहुंचाना और परीक्षा में बेहतर परिणाम देना। साथ ही स्कूल से लेकर घर तक उपलब्ध टीवी और मोबाइल फोन की मदद से शिक्षा हर घर तक पहुंचे। पहले 5 विद्यालयों में इसकी शुरुआत हुई फिर जिले के लगभग सभी विद्यालयों तक इसे पहुंचाया गया। इसके लिए एक मॉडल ऐप बनाया गया, जहां विद्यार्थी पहले एक कान्सैप्ट विडियो से पाठ को समझते हैं। ये विडियो आसान भाषा में एनिमेशन से बना हुआ होता है। इसके बाद छात्र का टेस्ट होता है और फिर मूल्यांकन।
उसके बाद छात्र की रिपोर्ट आती है और उसका डिजिटल रिपोर्ट कार्ड बता है कि छात्र की क्या कमजोरी है और कहां उसे समस्या हो रही है। छात्र को उसके नंबर के हिसाब से फीडबैक दिया जाता है। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए ‘स्कूल ऑन व्हील’ भी चलाया गया, जहां गाड़ियां गांव-गांव जाकर शिक्षा का प्रचार-प्रसार करती हैं।
उन्नयन एक बेहद इंटरैक्टिव ऐप है। इसका निर्माण आईआईटी दिल्ली ग्रेजुएट ग्रुप एकोवशन (IIT Delhi graduates group Eckovation) के साथ मिलकर किया गया है। उन्नयन के साथ ग्लोबल एक्सपेर्ट ग्रुप भी है, जिससे छात्र अपने किसी भी सवाल की जानकारी ले सकते हैं। पिछले साल सिविल सेवा दिवस के मौके पर दिल्ली के विज्ञान भवन में आईएएस कुन्दन ने उन्नयन से जुड़ी जानकारी साझा की थी। इस बेहतरीन योजना के लिए कुन्दन को कई पुरस्कार दिये जा चुके हैं और देश-विदेश में उनकी बहुत तारीफ हुई है।
अभिभावकों से अपील
वहीं, जिलाधिकारी ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि क्रैश कोर्स कराने के लिए चल रही ऑनलाइन क्लासेज बच्चे कर सकें, इसलिए अभिभावकों को नियत समय के लिए बच्चों को मोबाईल उपयोग करने देना चाहिए। साथ ही छात्र-छात्राएं भी ये ध्यान रखें कि उसका उपयोग सिर्फ पढ़ाई के लिए करें।
वहीं, फेसबुक पर ऑनलाइन क्लासेज का संचालन नियमित रूप से किया जा रहा है। ऑनलाइन कलासेज का लाभ हजारों की संख्या में बच्चे ले रहे हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि पूरी टीम के द्वारा कोविड काल से ही बेहतर प्रदर्शन किया जा रहा है, यह काबिलेतारीफ है। इसे और आगे बढ़ाना है। टीम वर्क के साथ आगे बढ़े और बच्चों का भविष्य बेहतर बनायें।
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