सुबह-सुबह सैर पे जाइये और ओपन लाइब्रेरी का लुत्फ उठाइए, एसडीएमसी में तैनात आईएएस की अनूठी पहल
- Ayodhya Prasad Singh
- Published on 6 Nov 2021, 2:12 pm IST
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हाइलाइट्स
- दक्षिणी निगम की अनूठी पहल, पार्क में जनता के लिए खुली पहली ओपन लाइब्रेरी
- आपने अक्सर पार्कों में ओपन जिम देखे हैं, दक्षिणी निगम के पार्क में अब जनता के लिए ओपन लाइब्रेरी
- पश्चिमी जोन के उपायुक्त आईएएस राहुल सिंह के प्रयासों से 350 किताबें और रोजाना के प्रमुख अखबार उपलब्ध
- दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) द्वारा राजौरी गार्डन स्थित माधव पार्क में ओपन पुस्तकालय (क्रेडिट: ट्विटर)
जरा सोचकर देखिए कि आप सुबह-सुबह अपनी रोजाना की मॉर्निंग वॉक पर किसी पार्क जाएं और वहां आपको सभी प्रमुख अखबार और मनपसंद पुस्तकें पढ़ने की सुविधा मिल जाए, वो भी बिलकुल मुफ्त…! तो कैसा लगेगा? यकीनन बहुत शानदार अहसास होगा, है न! हममें से अधिकतर लोग जब सुबह की सैर पर जाते हैं और योग व व्यायाम करते हैं, तो बीच-बीच में अक्सर कुछ पल के लिए रेस्ट करते हैं या सैर खत्म होने के बाद थोड़ा आराम। उस बीच हम अखबार या अपनी किसी मनपसंद किताब का अगर लुत्फ उठा सकें, तो एक सुबह के साथ-साथ पूरा दिन ताजगी के साथ बीते।
दिल्ली के दक्षिणी निगम (एसडीएमसी) ने एक ऐसी ही अनूठी पहल की है। एसडीएमसी ने अपनी खास पहल “सहज” के तहत दिल्ली के राजौरी गार्डन के माधव पार्क में अपनी तरह की पहली ओपन लाइब्रेरी शुरू की है। इस ओपन लाइब्रेरी में पार्क में सैर और व्यायाम करने वाले नागरिकों के लिये पुस्तकों और रोजाना के अखबारों की व्यवस्था रहेगी। एसडीएमसी के पश्चिमी जोन के उपायुक्त आईएएस अधिकारी राहुल सिंह के प्रयासों से यह संभव हो पाया है।
एसडीएमसी के कमिश्नर और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ज्ञानेश भारती ने इंडियन मास्टरमाइण्ड्स ने से बात करते हुए कहा, “यह पहल अपने आप में एक अनूठी है। यहां सुबह-सुबह पार्क में आने वाले युवा और वरिष्ठ सभी अपनी फिटनेस के साथ-साथ ज्ञान को भी मजबूत करेंगे। पार्क में लोग अच्छे स्वास्थ्य की इच्छा से आते हैं, हमारी इस पहल से स्वास्थ्य के साथ-साथ किताबों से उनका ज्ञानवर्धन भी होगा। हम कोशिश करेंगे कि ऐसी पहल कई और जगहों पर भी कर सकें। इसका पूरा क्रेडिट हमारे उपायुक्त अधिकारी राहुल सिंह को जाता है। उन्होंने सच में इसके लिए बहुत मेहनत की है।”
अभी इस ओपन लाइब्रेरी में लगभग 350 पुस्तकों का संग्रह है। इन्हें विभिन्न एन.जी.ओ द्वारा उपलब्ध कराया गया है। इन किताबों में कहानी, अध्यात्म, इतिहास और वर्तमान घटनाओं से जुड़ी पुस्तकें हैं। इन किताबों की देखभाल और लोगों की सहायता के लिए सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे लाइब्रेरियन भी पार्क में मौजूद रहेंगे। एक एनजीओ के सहयोग से लाइब्रेरियन नियुक्त किया गया है।
इसके साथ ही हिन्दी और इंग्लिश के सभी प्रमुख अखबार भी उपलब्ध कराए जायेंगे। पुस्तकालय को लेकर लोगों के विचार जानने और नए आइडिया देने के लिए एक फीडबैक रजिस्टर भी पुस्तकालय में मौजूद रहेगा। इसके अलावा इस ओपन लाइब्रेरी में लोगों के बैठने के लिए भी व्यवस्था की गई है। धूप से बचने के लिए छतरी लगाई गई है, साथ ही बैठने के लिए कुर्सियां भी उपलब्ध कराई गई हैं।
उपायुक्त राहुल सिंह कहते हैं, “हमने स्थानीय आर.डब्ल्यू.ए से अपील की, कि वे लाइब्रेरी में पुस्तकों का संग्रह बढ़ाने के लिए पुरानी किताबें दान करें। लाइब्रेरी के रख-रखाव और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये एक गार्ड और उद्यान विभाग के कर्मियों को भी तैनात किया गया है। हम पश्चिमी जोन के अन्य पार्कों में भी ऐसी ओपन लाइब्रेरी खोलने का प्रयास करेंगे।” पार्क की यह सुविधा विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को बहुत रास आएगी। वे सुबह से शाम तक अपने किसी भी खाली समय में पार्क में आकर, किताबों का आनंद ले सकेंगे।
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