मेघालय की पूर्वी जैंतिया पहाड़ियों पर बनी लाइफ जैकेट पर्यटकों की जीवन रक्षक
- Muskan Khandelwal
- Published on 5 Aug 2023, 10:44 am IST
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हाइलाइट्स
- ईस्ट जैंतिया हिल्सके डीसी अभिलाष बरनवाल ने स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देकर पर्यटकों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए किया दोहरा काम
- लोगों की सुरक्षा केलिए चाम चाम, मुटोंग, रंगद और खद्दम जैसे गांवों में लाइफ जैकेट बांटे गए, ताकि कोई पानी में ना डूबे
- स्थानीय स्तर पर ही बनाए गए सभी लाइफ जैकेट को पर्यटकों को किराए पर देने का है निर्देश, इससे होगी अतिरिक्त कमाई
गहरे पानी के खतरे से निपटने और स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देने के कार्य दो तरह के हैं। इसके बावजूद पूर्वी जैंतिया हिल्स जिले के डिप्टी कमिश्नर अभिलाष बरनवाल ने चाम चाम, मुटोंग, रंगद और खद्दम गांवोंमें दोनों कामों को आपस में मिला कर अनोखी मिसाल पेश की है। इसके लिए लोकल लेवल पर ही बने लाइफ जैकेट का सहारा लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को निर्देश दिया गया है कि वे इन लाइफ जैकेटों को उन पर्यटकों को किराए पर दें, जो उन नदियों- तालाबों जैसी जगहों की यात्रा करना चाहते हैं, जिनके लिए यह क्षेत्र प्रसिद्ध है। ताकि इससे अतिरिक्त कमाई हो सके।
मेघालय की अब तक की अर्थव्यवस्था
शुरू से मेघालय प्रदेश आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। प्रदेश सरकार अब तक एक संपन्न आर्थिक केंद्र स्थापित करने के प्रयास में विफल रही है। राज्य का प्रति व्यक्ति सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) राष्ट्रीय औसत से नीचे है। गरीबी दर यहां के लिए लगातार एक मुद्दा रही है। हालांकि, हाल के वर्षों में राज्य सरकार अपने नागरिकों के जीवन की क्वालिटी में सुधार के लिए लगन से काम कर रही है और गरीबी दर में गिरावट देखी गई है।राज्य के विकास में उद्यमिता की क्षमता को पहचानते हुए सरकार एक ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास कर रही है, जो नवाचार, जोखिम लेने और कड़ी मेहनत को प्रोत्साहित करे। आईएएस अधिकारी बरनवाल इस प्रयास में सबसे आगे रहे हैं। उद्यमशीलता को एक व्यवहार्य और आकर्षक अवसर बनाने के लिए नीति और कार्यक्रम के हस्तक्षेप को लागू कर रहे हैं।
पानी में सुरक्षा बढ़ाना
डिप्टी कमिश्नर कार्यालय द्वारा शुरू की गई ऐसी एक पहल जल सुरक्षा और स्थानीय उद्यमिता पर केंद्रित है। चाम चाम, मुटोंग, रंगद और खद्दम गांवों को लाइफ जैकेट मिले हैं, जो स्थानीय रूप से पूर्वी जैंतिया हिल्स में बनाए गए हैं। यह कदम न केवल जल सुरक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत और ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के अनुरूप भी है, जो स्थानीय रूप से उत्पादित वस्तुओं के उपयोग को प्रोत्साहित करता है।जैकेट बांटने के दौरान अधिकारी ने जल सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया। उनका जोर खासकर उन क्षेत्रों पर था, जहां पर्यटक अक्सर आते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि पर्यटकों को लाइफ जैकेट के बिना गहरे पानी में जाने की अनुमति ना दी जाए। इन लाइफ जैकेटों को किराए पर उपलब्ध कराकर, ग्रामीण अतिरिक्त राजस्व भी अर्जित कर सकते हैं, जो उनकी आर्थिक समृद्धि बढ़ाएगा।
स्थानीय उद्यमिता
स्थानीय रूप से बने लाइफ जैकेट के वितरण से दो काम पूरे हो जाते हैं। पहला जीवन की सुरक्षा और दूसरा उद्यमिता को बढ़ावा देना। यह क्षेत्र में जल निकायों से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं को दर्शाता करताहै, जो पर्यटकों और स्थानीय लोगों को समान रूप से आकर्षित करने वाले प्राकृतिक जल संसाधनों की उपस्थिति को देखते हुए आवश्यक है।
इसके साथ ही, यह स्थानीय उद्यमियों और कारीगरों को लाइफ जैकेट का निर्माण और वितरण करके क्षेत्र के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह पहल मेघालय के ऐतिहासिक, भौगोलिक,आर्थिक और सांस्कृतिक कारकों से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के राज्य के दृष्टिकोण के अनुरूप है। चूंकि आबादी का एक बड़ा हिस्सा निर्वाह-स्तर की कृषि और संबद्ध गतिविधियों में लगा हुआ है, इसलिए निजी क्षेत्र के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाना महत्त्वपूर्ण है।स्थानीय स्तर पर लाइफ जैकेट बनाकर और। वितरण का समर्थन करके, उपायुक्त अभिलाष बरनवाल ने समुदायों को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम उठाया है। यह पहल न केवल सुरक्षित जल प्रथाओं को सुनिश्चित करती है, बल्कि विकास और समृद्धि की क्षमता को भी दर्शाती है, जिसे स्थानीय उद्यमिता के माध्यम से हासिल किया जा सकता है।चूंकि पूर्वोत्तर राज्य मेघालय आर्थिक विकास के लिए नए रास्ते तलाश रहा है, इसलिए उद्यमशीलता और नवाचार पर ध्यान राज्य के दृष्टिकोण के मूल में बना हुआ है। आईएएस अभिलाष बरनवाल जैसे अधिकारियों के समर्पित प्रयासों और विभिन्न नीतिगत हस्तक्षेपों के साथ, राज्य अपनी आर्थिक चुनौतियों से उबरने और अपने नागरिकों और व्यवसायों के लिए एक समृद्ध वातावरण बनाने के लिए तैयार है।
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