73आरआर बैच-2021: प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों की पासिंग आउट परेड
- Indian Masterminds Bureau
- Published on 13 Nov 2021, 6:09 pm IST
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हाइलाइट्स
- आईपीएस परिवीक्षाधीनों के 73वें बैच के लिए पासिंग आउट परेड (दीक्षांत परेड) 12 नवंबर 2021 को सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) में आयोजित की गई।
- भारतीय पुलिस सेवा के इतिहास में छठी बार, किसी महिला आईपीएस अधिकारी ने परेड की कमान संभाली है। इस वर्ष परेड का नेतृत्व पंजाब कैडर की आईपीएस अधिकारी दर्पण अहलूवालिया ने किया।
- इस परेड में 149 अधिकारी प्रशिक्षु शामिल थे, जिसमें आईपीएस (आरआर- नियमित रंगरूटों) के 73 वें बैच के 132 आईपीएस अधिकारी प्रशिक्षु शामिल थे। वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस आधुनिक युग में महिलाएं हर व्यवसाय में आगे हैं और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलकर चल रही हैं। वे अपने पुरुष समकक्षों के साथ समान स्तर पर बराबरी की प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। इस साल, भारतीय पुलिस सेवा के इतिहास में सिर्फ छठी बार ऐसा हुआ, जब एक महिला आईपीएस अधिकारी ने बहुप्रतीक्षित पासिंग आउट परेड यानी दीक्षांत परेड का नेतृत्व किया है। दीक्षांत परेड इस शुक्रवार सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (एसवीपीएनपीए) में आयोजित की गई थी, इसमें 17 विदेशी अधिकारियों सहित कुल 149 अधिकारी प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।
इस साल की परेड की कमान 73आरआर की पंजाब कैडर की आईपीएस (पी) दर्पण अहलूवालिया ने संभाली। इससे पहले 2020 में राजस्थान कैडर की रंजीता शर्मा और 2019 में तमिलनाडु कैडर की किरण श्रुति डी.वी. ने दीक्षांत परेड का नेतृत्व किया था। इस वर्ष परिवीक्षाधीनों के बैच में 31 महिला अधिकारी शामिल हैं, जिनमें 27 आईपीएस अधिकारी प्रशिक्षु शामिल रहे।
हर साल, 46-सप्ताह के चरण-I बेसिक कोर्स प्रशिक्षण पूरा होने के बाद पासिंग आउट परेड आयोजित की जाती है। मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री प्रशासन अकादमी में अपने 10-सप्ताह के लंबे फाउंडेशन कोर्स को पूरा करने के बाद, 73आरआर (रेगुलर रिक्रूट-नियमित रंगरूट), अन्य सेवा प्रशिक्षु अधिकारियों जैसे आईएएस, आईएफएस आदि के साथ 28 दिसंबर, 2020 को एसवीपीएनपीए में शामिल हुए थे।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इस साल की दीक्षांत परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। एसवीपीएनपीए में आईपीएस प्रोबेशनरों के 73वें बैच की पासिंग आउट परेड में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के अलावा, पुलिस बल पाकिस्तान, चीन, म्यांमार और बांग्लादेश को कवर करते हुए 15,000 किलोमीटर से भी अधिक लंबी सीमा की सुरक्षा और देख-रेख में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन सभी देशों के साथ भारत के सुरक्षा हित जुड़े हुए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि भारत की संप्रभुता तटीय क्षेत्रों के अंतिम पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र से सीमावर्ती क्षेत्रों तक जाती है और भारत के 32 लाख वर्ग किमी के हर हिस्से में कानून व्यवस्था बनाए रखना पूरे पुलिस बल की जिम्मेदारी है।
अधिकारी प्रशिक्षुओं ने राष्ट्र सेवा की शपथ ली और निदेशक, एसवीपी, एनपीए ने शपथ दिलाई।
73 आरआर की पंजाब कैडर की आईपीएस (पी) दर्पण अहलूवालिया ने आंतरिक सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था और फील्ड शिल्प और रणनीति के लिए जीती शहीद के.एस. व्यास ट्रॉफी।
नेपाल पुलिस के अधिकारी प्रशिक्षु किरण रावत ने जेंटलमेन प्रोबेशनर्स के लिए (पीटी के लिए) जयपुर कप जीता।
73 आरआर के पश्चिम बंगाल कैडर के आईपीएस (पी) संभव जैन ने ड्रिल के लिए विशेष भर्ती बैच कप जीता।
रॉयल भूटान पुलिस के अधिकारी प्रशिक्षु पेमा दोरजी ने इक्विटेशन (अश्वारोहण) के लिए टोंक कप और सर्वश्रेष्ठ आउटडोर परिवीक्षाधीन के लिए आईपीएस एसोसिएशन का स्वॉर्ड ऑफ ऑनर जीता।
नेपाल पुलिस के अधिकारी प्रशिक्षु अनिल थापा ने बाहरी विषयों में दक्षता के लिए बीएसएफ ट्रॉफी जीती।
नेपाल पुलिस की अधिकारी प्रशिक्षु सिमोन ढीतल ने महिला परिवीक्षाधीनों के लिए (पीटी के लिए) जयपुर कप जीता।
73 आरआर के पश्चिम बंगाल कैडर के आईपीएस (पी) जॉर्ज एलन जॉन ने अध्ययन (स्टडीज) के लिए मेहता कप जीता।
रॉयल भूटान पुलिस की अधिकारी प्रशिक्षु डेमा ने सर्वश्रेष्ठ महिला आउटडोर परिवीक्षाधीन के लिए 1958 बैच की आईपीएस अधिकारी ट्रॉफी जीती।
73 आरआर के 149 अधिकारी प्रशिक्षुओं ने अकादमी से पास आउट होकर राष्ट्र की सेवा में अपना पहला कदम रखा।
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