यूपीएससी , यूपीएससी की कहानियां
इस यूपीएससी टॉपर का कहना है कि कड़ी मेहनत और स्मार्ट वर्क दोनों अलग हैं
- Pallavi Priya
- Published on 8 Aug 2023, 1:44 am IST
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हाइलाइट्स
- आशना चौधरी ने दो बार फेल होने के बाद यूपीएससी सीएसई 2022 में सफलता हासिल की
- उन्होंने देश भर में 116वां स्थान हासिल किया और उन्हें भारतीय पुलिस सेवा अलॉट की गई
- वह कहती हैं कि सीएसई को क्रैक करने के लिए जरूरी कड़ी मेहनत करनी होगी और इसे स्मार्ट तरीके से करना होगा
आशना चौधरी का मानना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। कुछ यूपीएससी सीएसई टॉपर्स और उम्मीदवारों का जिक्र करते हुए जिन्होंने ‘कड़ी मेहनत’ के बजाय ‘स्मार्ट वर्क’ के बारे में बात की है। जैसे कि ये दो पूरी तरह से अलग चीजें हैं। उनके अनुसार, ये विपरीत शब्द नहीं हैं। उम्मीदवारों को इसको लेकर गुमराह नहीं होना चाहिए। इसके बजाय, उन्हें यह समझना चाहिए कि सीएसई जैसी परीक्षा में सफल होने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी ही होगी और इसे स्मार्ट तरीके से करना होगा।चौधरी ने यूपीएससी सीएसई 2022 में AIR 116 के साथ सफलता हासिल की। उन्हें भारतीय पुलिस सेवा यानी आईपीएस मिली है। वह पिछले दो प्रयासों में प्रीलिम्स पास करने में भी फेल हो गई थीं। असफलताओं के अनुभवों ने उन्हें एहसास दिलाया कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है।
यूपीएससी और मास्टर्स की तैयारी एक साथ
उत्तर प्रदेश के पिलखुवा में जन्मी चौधरी अपने परिवार को प्रगतिशील मानती हैं। इंडियन मास्टरमाइंड्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरे घर वालों ने न केवल मेरे जन्म का जश्न मनाया बल्कि यह सुनिश्चित किया कि मुझे जीवन में सभी सुख-सुविधाएं और अवसर मिले।’उनके पिता प्रोफेसर हैं। उनके परिवार में कई पीएचडी हैं। इसलिए किताबें पढ़ने की आदत उन्हें बहुत कम उम्र में ही लग गई थी। पढ़ाई के लिए उन्हें उदयपुर के सेंट मैरी स्कूल और गाजियाबाद के दिल्ली पब्लिक स्कूल में भेजा गया। 12वीं बोर्ड में अच्छे अंक लाने के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन के लिए लेडी श्रीराम कॉलेज में दाखिला लिया। फिर इंटरनेशनल स्टडीज में मास्टर्स के लिए साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया।जब यूपीएससी सीएसई 2022 के नतीजे आए, तो वह अपने विश्वविद्यालय में परीक्षा दे रही थीं। वह बताती हैं, ‘मेरे दोस्तो ने रिजल्ट के बारे में बताने के लिए फोन किया। मुझे इस पर विश्वास नहीं हुआ। मैं सफल होने की उम्मीद तो कर रही थी, लेकिन इस रैंक की उम्मीद नहीं थी। मुझे खुशी है कि मेरी यूपीएससी और मास्टर्स यात्रा एक ही दिन पूरी हो गई।’
असफलताओं के बाद संदेह से जूझीं
तैयारी के बीच उन्होंने कॉर्पोरेट जगत में जाने की कोशिश की, लेकिन नहीं कर सकी। वह फाइनल राउंड तक पहुंचीं, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली। इसलिए, उन्होंने नौकरी की कोशिश छोड़ कर यूपीएससी सीएसई की तैयारी शुरू करने का फैसला किया। वह कहती हैं कि मैंने बहुत पहले ही सिविल सेवा परीक्षा में बैठने का फैसला कर लिया था। लेकिन विभिन्न कारणों से इसे टाल दिया। यूपीएससी परीक्षा में जाना एक सचेत निर्णय था, क्योंकि परिवार में कई शिक्षाविद हैं। फिर भी भले ही मेरी रुचि समान थी, लेकिन मैं कुछ अलग करना चाहती थी।
2019 में अपनी तैयारी शुरू करने के बाद उन्होंने 2020 में अपना प्रयास दिया। लेकिन ज्यादा स्कोर नहीं कर सकीं। इससे उन्होंने अपने फैसले पर सवाल उठाना शुरू कर दिया, कि क्या वह सही रही हैं या नहीं। क्या वह इस परीक्षा के लिए योग्य भी हैं या नहीं। इन विचारों ने उन्हें कुछ दिनों तक परेशान किया, लेकिन उन्होंने खुद पर नियंत्रण रखा। फिर एक अलग रणनीति के साथ नए सिरे से प्रयास करने का फैसला किया।उन्हें अहसास हुआ कि पहले प्रयास में उनका ध्यान ज्ञान हासिल पर अधिक था। उन्होंने ज्यादा प्रैक्टिस नहीं की। उन्होंने कहा कि परीक्षा हॉल में मुझे लिखने की प्रैक्टिस की कमी का अहसास हुआ। इससे मैं कई प्रश्नों के जवाब लिखने में उलझ गई। अगले प्रयास के लिए, उन्होंने अपने स्रोतों को सीमित कर दिया। मॉक पेपर हल करने पर अधिक ध्यान दिया। इससे उन्हें परीक्षा में समय और तनाव का प्रबंधन करने में मदद मिली।
अखबार का कोई विकल्प नहीं
2021 में वह कटऑफ से सिर्फ 2.75 अंक पीछे रहीं। उन्होंने इसे एक सुधार के रूप में लिया और फिर से शुरुआत की। इस बार उन्होंने करेंट अफेयर्स पर ज्यादा फोकस किया। उन्होंने कहा, ‘मुझे एहसास हुआ कि तैयारी में करंट अफेयर्स का बहुत महत्व है। न केवल प्री के लिए, बल्कि मेन्स और इंटरव्यू के लिए भी।’ उन्होंने रोजाना तीन अखबार पढ़ना, नोट्स बनाना और करंट अफेयर्स का संकलन शुरू कर दिया। आखिरकार तीसरे प्रयास में वह सभी राउंड में सफल हो गईं।
उन्होंने अपनी तैयारी सिलेबस के हिसाब से करने, सोर्स की पहचान करने और सामग्री को वर्गीकृत करने के साथ शुरू की। वह इसे एक बहुत ही आसान रणनीति बताती हैं, जिसे कोई भी अपना सकता है। वह उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने की सलाह देती है। वह कहती हैं कि प्री, मेन्स और इंटरव्यू के लिए अपनी तैयारी को अलग-अलग न बांटें। इसके अलावा, करंट अफेयर्स और सिलेबस को समान महत्व दें।
जो लोग ज्यादातर करंट अफेयर्स की पत्रिकाओं पर निर्भर रहते हैं, उन्हें वह रोजाना अखबार पढ़ने की सलाह देती हैं, क्योंकि इसका कोई विकल्प नहीं है। वह यह भी सुझाव देती हैं कि उम्मीदवारों को वैकल्पिक विषय से शुरुआत करनी चाहिए। तनाव को कम करने के लिए कुछ शौक पालने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यूपीएससी सीएसई की तैयारी एक लंबी यात्रा हो सकती है और असफलताएं आपके तनाव को बढ़ा सकती हैं। आपको खुद को लंबी दौड़ के लिए तैयार करना होगा और प्रेरित रहना होगा। ऐसे में कोई एक शौक पालना तनाव भगाने वाला साबित हो सकता है।’
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