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प्रकृति प्रेम ने उन्हें IFoS टॉपर बना दिया, मिलिए यूपीएससी IFoS-2022 में पहली रैंक लाने वाले कोल्लुरु वेंकट श्रीकांत से
- Ayodhya Prasad Singh
- Published on 3 Jul 2023, 11:55 am IST
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हाइलाइट्स
- आंध्र प्रदेश में गुंटूर के रहने वाले हैं श्रीकांत, जिन्होंने 1 जुलाई को आए इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के रिजल्ट में टॉप किया है
- ऑप्शनल पेपर अच्छे जाने से सफलता की थी उम्मीद, लेकिन टॉप पर आने से अलग ही फीलिंग में हैं
- श्रीकांत ने यूपीएससी की सेंट्रल आर्म्ड फोर्सेस- 2022 की लिखित परीक्षा भी पास कर ली है और इंटरव्यू भी दिया है
देश में इस समय मानसून का मौसम चल रहा है। दक्षिण से लेकर उत्तर तक बारिश लोगों को भीषण गर्मी से राहत दे रही है। लेकिन, बचपन से ही प्रकृति से प्रेम रखने वाले आंध्र प्रदेश के कोल्लुरु वेंकट श्रीकांत के लिए यह मौसम अच्छी खबर और खुशी की बारिश कर रहा है, जिसे वह हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने तीसरी कोशिश में यूपीएससी की भारतीय वन सेवा (IFoS)-2022 की परीक्षा में देशभर में पहला स्थान हासिल किया है। एक ऐसी उपलब्धि, जिसका सपना सभी देखते हैं, लेकिन हर साल केवल एक ही इसे हासिल कर पाता है।पिछले साल जब श्रीकांत उसी परीक्षा को पास करने में असफल रहे, तो उन्हें निराशा हुई। दिल टूट गया था। लेकिन इस साल जब यूपीएससी ने जुलाई महीने के पहले दिन रिजल्ट जारी किए, तो वह धरती पर सबसे खुश व्यक्ति थे। और क्यों नहीं! उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता आखिरकार सफल हो गई। यह प्रकृति के प्रति उनका प्रेम ही था, जिसने उन्हें वन सेवा की ओर आकर्षित किया और आखिरकार उन्हें इस शानदार सफलता तक पहुंचाया!
ऐसे मिली मंजिल
श्रीकांत आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के बापटला के रहने वाले हैं। उन्होंने स्कूली शिक्षा अपने गांव से ही पूरी की। फिर 2019 में नोएडा की शिव नादर यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक किया। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। लेकिन प्रकृति के प्रति उनके प्रेम ने उन्हें भारतीय वन सेवा परीक्षा में जाने के लिए प्रेरित किया।IFoS परीक्षा में पहली कोशिश में वह इंटरव्यू राउंड तक पहुंचे, लेकिन फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बना सके। वहीं, पिछले साल वह प्रीलिम्स के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाए थे। लेकिन इस साल उन्होंने न केवल परीक्षा पास की, बल्कि ऑल इंडिया रैंक-1 भी हासिल कर ली।उन्होंने यूपीएससी की सेंट्रल आर्म्ड फोर्सेस-2022 परीक्षा भी पास कर ली है। इस साल अप्रैल में उसका इंटरव्यू भी दिया है। उसके रिजल्ट अभी नहीं आए हैं।लेकिन, अब उन्हें इसके रिजल्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि वह पहले ही अपने सपनों की नौकरी पा ली है।उन्होंने कहा, “बचपन से ही मुझे अपने आस-पास के पौधों और जानवरों को देखना पसंद है। यह मुझे प्रकृति से जोड़ता है। शांति और सुकून महसूस करने के लिए मैं अक्सर ग्रामीण इलाकों की सैर भी करता हूं। शायद इसीलिए IFoS करियर के लिए मेरी पहली पसंद थी।
ऐसे की तैयारी
उन्होंने ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर जियोलॉजी और फॉरेस्ट्री रखे थे। बता दें कि यूपीएससी सीएसई के उलट आईएफओएस में ऑप्शनल सब्जेक्ट दो होते हैं। श्रीकांत ने परीक्षा के लिए ज्यादातर तैयारी खुद की। केवल अपने ऑप्शनल पेपर में से एक जियोलॉजी के लिए कोचिंग ली। उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य परीक्षा बहुत अच्छी रही। इसलिए कि दोनों ऑप्शनल पेपर उनके बहुत गए थे। उन्होंने कहा, “इसीलिए मैं इस बार अच्छी रैंक की उम्मीद कर रहा था, लेकिन परीक्षा में टॉप करना वास्तव में एक अलग लेवल की फीलिंग है।”उनकी रणनीति टेस्ट पेपर और पीवाईक्यू को हल करने और समय पर रिवीजन करने पर केंद्रित थी। उन्होंने अपने ऑप्शनल पेपरों के लिए संक्षिप्त नोट्स भी बनाए। उन्होंने कहा कि वह अब प्रदूषण की रोकथाम, बायो-डायवरसिटी और क्लाइमेट चेंज पर रिसर्च के साथ-साथ जंगलों को बचाने के लिए भी काम करेंगे।
अन्य परिणाम
यूपीएससी ने भारतीय वन सेवा (आईएफओएस)-2022 परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। देशभर में दूसरी रैंक साहिल पोसवाल को मिली है। उनके अनुराधा मिश्रा रैंक-3 पर रहीं। आयोग ने नियुक्ति के लिए 147 कैंडिडेट्स और प्रोविजनल कैटेगरी के तहत अन्य 12 कैंडिडेट्स की सिफारिश की है। केंद्र सरकार द्वारा भर्ती के लिए आयोग को कुल 150 रिक्तियों की सूचना दी गई थी।इंडियन फॉरेस्ट सर्विस देश की सिविल सेवाओं में से एक है। भारत का वन क्षेत्र देश में 80 मिलियन हेक्टेयर में फैला हुआ है। ये वन प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों, अमूल्य वन संसाधनों, उपजाऊ घास के मैदानों, आदिवासी जनजातियों और जैव विविध पशु प्रजातियों के स्वर्ग हैं। भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इन वनों की रक्षा करे, जो देश की संस्कृति और लोगों की जीवन शैली का हिस्सा हैं। इसीलिए भारतीय वन सेवा बहुत महत्वपूर्ण है।
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