आईपीएस बनने के लिए अपने नवजात से भी दूर रही यह ‘मां
- Muskan Khandelwal
- Published on 29 Jun 2023, 2:31 pm IST
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हाइलाइट्स
- तमिलनाडु कैडर की 2021 बैच की आईपीएस अधिकारी शहनाज इलियास ने गर्भावस्था के अपने अंतिम महीने के दौरान यूपीएससी सीएसई के लिए तैयारी की
- उऩ्होंने यूपीएससी सीएसई-2020 को पहले प्रयास में ही पास कर लिया, देश भर में 217वीं रैंक हासिल की
- वह कहती हैं कि जब यूपीएससी की तैयारी की बात आती है, तो आपको कुछ त्याग करने ही होंगे
ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो अपने सपने को पूरा करने के लिए जोखिम उठाने में नहीं हिचकते। ऐसी ही एक आईपीएस अधिकारी हैं- शहनाज इलियास। इलियास ने अपने मातृत्व अवकाश के दौरान संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षा के लिए खुद को तैयार किया। इस दौरान वह गर्भावस्था के अंतिम महीनों में थीं।
2021 बैच की आईपीएस अधिकारी ने देश भर में 217वीं रैंक के साथ अपने पहले प्रयास में यूपीएससी सीएसई-2020 में सफलता हासिल की। वह अभी तमिलनाडु कैडर में प्रशिक्षु सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के रूप में तैनात हैं।
सपनाः
उन्होंने सरकारी सेवाओं में जाने का सपना उस वक्त देखा, जब वह अपनी आईटी क्षेत्र की नौकरी से मातृत्व अवकाश पर थीं। इस दौरान अपने समय का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए उत्सुक थीं। उन्होंने तमिलनाडु लोक सेवा आयोग (टीएनपीएससी) के लिए पढ़ाई शुरू की। गर्भवती होने के बावजूद उन्होंने राज्य सेवा परीक्षा देने का फैसला किया। बता दें कि केवल दो महीने की तैयारी में उन्होंने पहले प्रयास में ही प्रारंभिक परीक्षा पास कर ली थी। इस सफलता ने उन्हें यूपीएससी सीएसई की तैयारी के लिए प्रोत्साहित किया। लेकिन सबसे बड़ा सवाल था कि वह अपने बच्चे को कैसे संभालेंगी और सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी कैसे करेंगी।
इलियास ने एक बार कहा था कि जब यूपीएससी की तैयारी की बात आती है, तो आपको कुछ त्याग करने ही पड़ते हैं। इलियास खुशनसीब थीं कि उनके पास एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम था। उसकी इच्छा जानने के बाद माता-पिता ने उनकी छोटी-सी बेटी की पूरे समय की जिम्मेदारी उठा ली। उनके अटूट समर्थन ने उन्हें अपने पहले प्रयास में परीक्षा पास करने में मदद की।
रणनीतिः
इलियास पूरे महीने योजना बनाती थीं कि उन्हें क्या हासिल करना है और किन विषयों को कितने समय में पूरा करना है। इस तरह, वह अपनी योजनाओं पर टिकी रह सकती थीं। जब किसी भी परीक्षा की तैयारी की बात आती है, चाहे वह यूपीएससी हो या कोई अन्य प्रतियोगी परीक्षा, व्यक्ति को खुद से अनुशासित होना पड़ता है। लक्ष्य निर्धारित करना होता है और उनका पालन करना होता है। इलियास ने यही किया। वह कहती हैं, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि तैयारी के दौरान आप हतोत्साहित होंगे, लेकिन खुद को प्रेरणा देते रहना काफी जरूरी होता है।’
वह कहती हैं, ‘जब मैं हतोत्साहित महसूस करती थी या फिर मॉक टेस्ट में खराब ग्रेड मिलते थे, तो मैं अकेली रात की सैर पर निकल जाती थी। खुद को आगे बढ़ाने के लिए अपना गुरु बन जाती थी। मैंने खुद से बात की। कहा कि मैं इसे पूरा कर सकती हूं और करूंगी। इस तरह मैं खुद को प्रेरित करती रही और दो साल की तैयारी में लगी रही।’
आईपीएस अधिकारी शहनाज इलियास उन सभी महिलाओं के लिए आदर्श उदाहरण हैं, जो विभिन्न कारणों से अपने सपनों को पीछे छोड़ देती हैं।
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