कैसे कोचिंग के बिना भी यूपीएससी में सफल हो सकते हैं, जानिए आईएएस तपस्या परिहार से…!
- Ayodhya Prasad Singh
- Published on 24 Oct 2021, 6:02 pm IST
- 1 minute read
हाइलाइट्स
- जिस देश में यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए कोचिंग को सबसे जरूरी माना जाता हो, वहां अगर एक आईएएस अधिकारी कहे कि आप बिना कोचिंग के भी ये परीक्षा पास कर सकते हैं और कोचिंग की कोई जरूरत नहीं है, तो निश्चित ही आश्चर्य होगा
- लेकिन 2017 बैच की आईएएस अधिकारी तपस्या परिहार की सोच ही अलग है
- मिलिए 2017 बैच की आईएएस अधिकारी तपस्या परिहार से, जिन्होंने बिना कोचिंग के यूपीएससी परीक्षा में 23 वीं रैंक हासिल की
अगर आप देश की सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी करने जा रहे/रही हैं और कई तरह के पशोपेश में हैं, तो यह कहानी आपके लिए है। एक किसान परिवार की लड़की जो पितृसत्तात्मक समाज में अपने अधिकारों के लिए लड़ती है और जागरूक बनती है, लेकिन अपने सपनों को पूरा करने के लिए किए गए प्रयासों में फेल हो जाती है। फिर इस असफलता से बिना घबराए खुद पर भरोसा करती है और अबकी बार अपनी जीतोड़ मेहनत से बिना किसी सहायता के ही अपने ख्वाबों को पूरा करती है। तपस्या परिहार 2017 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने देश भर में 23वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा पास की थी। वर्तमान में वह मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा शहर की एसडीएम के रूप में कार्यरत हैं।
मूलरूप से मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के जोवा गांव की रहने वाली 29 वर्षीय तपस्या परिहार के पिता विश्वास परिहार किसान और मां ज्योति परिहार सरपंच हैं। वो बचपन से ही पढ़ाई में बहुत अच्छी थीं। सेंट्रल स्कूल से पढ़ाई करते हुए तपस्या ने दसवीं और बारहवीं दोनों में अपने स्कूल में टॉप किया और फिर पुणे के प्रतिष्ठित ‘इंडियन लॉ सोसायटी लॉ कॉलेज’ से कानून की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वो यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आ गईं। तपस्या ने अपने पहले प्रयास के लिए कोचिंग ज्वॉइन की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। फिर उन्होंने खुद पर भरोसा रखते हुए अपनी सेल्फ स्टडी पर ध्यान लगाया और आखिरकार वो मुकाम हासिल किया जिसके लिए देश का अधिकतर युवा ख्वाब संजोता है।
असफलता और यूपीएससी
इंडियन मास्टरमाइण्ड्स से एक खास बातचीत में आईएएस तपस्या परिहार कहती हैं, “अधिकतर यूपीएससी की तैयारी कर रहे युवाओं की तरह मैंने भी कोचिंग भी ज्वाइन की थी, लेकिन वहां से मुझे केवल एक ही सबक मिला, कि यूपीएससी के सिलेबस की पढ़ाई खुद से करना बहुत कठिन नहीं है। हालांकि, आपके साथ एक मेंटर का होना बुरा नहीं है। क्योंकि जब आप भ्रमित और निराश महसूस कर रहे हों, तब अगर आपके साथ कोई ऐसा व्यक्ति है जो उस स्थिति में आपकी मदद कर सके, तो यह आपके लिए बहुत बेहतर साबित होगा। मेरे पास भी एक ऐसे लोग थे। मैंने निबंध लेखन की क्लासेस भी जॉइन की, जिससे मुझे काफी मदद मिली।”
तपस्या कहती हैं, “मैं बस इतना चाहती हूं कि यह कहना बिलकुल गलत है कि कोचिंग के बाद ही कोई यूपीएससी पास कर सकता है। यदि आप परीक्षा पैटर्न, पाठ्यक्रम और परीक्षा के बेहद जरूरी बिन्दु समझते हैं, तो आप बिना कोचिंग के खुद से पढ़ाई करके इस बेहद कठिन परीक्षा को पास कर सकते हैं।”
पितृसत्तात्मक समाज
तपस्या के गांव में महिलाओं की साक्षरता दर बहुत कम है और शायद इसी वजह यहां लड़कियों की शादियां भी बहुत जल्द हो जाती है। लेकिन तपस्या के साथ ऐसा नहीं हुआ क्योंकि वो अपने अधिकारों के प्रति जागरूक थीं।
तपस्या कहती हैं, “मैं एक गांव से आती हूं। लेकिन मुझे कभी कोई आर्थिक समस्या नहीं रही, मेरा परिवार आर्थिक रूप से मजबूत है। मेरे पिता एक प्रगतिशील किसान हैं। लेकिन यह भी एक तथ्य है कि मैं एक पिछड़े और विशेषता पितृसत्तात्मक समाज से आती हूं, तो मुझे उस तरह की सामाजिक समस्याओं का सामना जरूर करना पड़ा जैसा कि किसी भी लड़की को ऐसी परिस्थितियों में करना पड़ता है। लेकिन आपको अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा। इसे थाली में सजाकर आपको परोसा नहीं जाएगा, और आपको ऐसी उम्मीद भी नहीं करनी चाहिए। मैं भाग्यशाली रही कि जब भी मैं अपने परिवार के साथ किसी मुद्दे पर लड़ती थी, तो वे अंततः मेरे दृष्टिकोण को समझ जाते थे और मेरे पक्ष में होते थे।”
तपस्या आगे कहती हैं, “आपको समझना होगा कि परिवार आपका अपना है, अगर आप कोशिश करेंगे तो वो जरूर समझेंगे। बस जरूरत है कि हार मत मानिए और कोशिश करते रहिए।”
तैयारी
दरअसल, तपस्या ने पुणे में पढ़ाई शुरू करने के बाद से ही यूपीएससी के बारे में गंभीरता से सोचना शुरू कर दिया था। तपस्या कहती हैं, “यूपीएससी को लेकर मेरी रणनीति तीन स्तरों पर रही है-
1) अपनी ताकत और कमजोरियों के अनुसार अपनी रणनीति बनाएं, 2) ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें, 3) अपने ज्ञान का परीक्षण जरूर करें, यहां मेरा कहने का मतलब है कि यह जरूर जांचे कि आप अपनी तैयारी में इतने लोगों के बीच में कहां पर खड़े हैं। पिछले साल के पेपर जरूर देखिए और मॉक टेस्ट दीजिये। आप चाहें तो मेरे कई विडियोज यूट्यूब पर हैं, वहां से भी विस्तार में देख सकते हैं।” तपस्या ने अपने ऑप्शनल विषय में लॉ लिया था।
तपस्या कहती हैं, “एक बात बिलकुल साफ है कि तैयारी का कोई शॉर्टकट नहीं है। यूपीएससी की परीक्षा जो मांगती है, वह बनने कि कोशिश करें। अगर आप उस स्तर तक पहुंच गए, तो इस परीक्षा को पास करना बिलकुल भी कठिन नहीं होगा।”
अपनी नौकरी को लेकर तपस्या कहती हैं कि मैं बस अपनी पूरी क्षमता साथ काम करने की कोशिश कर रही हूं और साथ ही साथ अपनी स्किल्स और काम को भी बेहतर बनाने की कोशिश कर रही हूं। इंडियन मास्टरमाइण्ड्स उनके बेहतर भविष्य की कामना करता है और उम्मीद करता है कि एक आईएएस अधिकारी के तौर पर उनके द्वारा लिए गए फैसलों और किए गए कामों से आम आदमी का जीवन सुलभ होगा।
END OF THE ARTICLE