यूपीएससी सीएसई में अजमेरा संकेत की कामयाबी से बंजारा समुदाय है बम-बम
- Muskan Khandelwal
- Published on 8 Jun 2023, 1:03 pm IST
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हाइलाइट्स
- तेलंगाना के अजमेरा संकेत ने AIR 35 के साथ UPSC CSE 2022 किया क्लियर
- आदिवासी लड़के ने परीक्षा के सभी राउंड में छोड़ी अपनी साफ सोच की छाप
- देते हैं सलाह- दौड़ में आगे रहने के लिए रिवीजन करें, फीडबैक लें और फिर रिवजीन करें
आदिवासी समाज से आने वाले अजमेरा संकेत का बचपन बहुत ही अभावों में बीता। इसलिए वह हमेशा समाज के लिए कुछ खास करना चाहते थे। उन्हें अब मौका भी मिल गया है। इसलिए कि लम्बाडी यानी बंजारा समुदाय के संकेत ने 35वीं रैंक के साथ UPSC CSE 2022 पास कर लिया है।
हैदराबाद, तेलंगाना के रहने वाले संकेत ने 2017 में IIT दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में B.Tech किया। शुरू से ही रिसर्च में मन लगने के कारण संकेत ने 2018 में जापान में रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग में नौकरी की। लेकिन यह वह नहीं था, जिसकी संकेत को तलाश थी। हालांकि वह जापान में नौकरी कर रहे थे, लेकिन वह काम से संतुष्ट नहीं थे। इसलिए सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू करने का फैसला किया। इसी बीच उन्होंने 2021 में आईआईटी दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमएस की पढ़ाई भी पूरी कर ली।
इकलौता बच्चे ने कराया गर्वः
वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। संकेत की मां इसरो में प्रोजेक्ट मैनेजर हैं। पिता तेलंगाना राज्य में बागवानी विभाग में डिप्टी डायरेक्टर हैं। इंडियन मास्टरमाइंड्स के साथ एक विशेष बातचीत में संकेत ने कहा, “मेरे माता-पिता बहुत खुश थे। वास्तव में गर्व महसूस कर रहे थे कि उनका एकमात्र बच्चा आईएएस अधिकारी बनने वाला है।”
साफ नजरिये का कमालः
संकेत शुरू से ही अपनी तैयारी के तरीके को लेकर बहुत स्पष्ट थे। तैयारी के हर राउंड में उन्हें यह एकदम साफ था कि दरअसल में पढ़ना क्या है और क्या नहीं पढ़ना है। इससे उन्हें काफी मदद मिली और उन्होंने यूपीएससी की कठिन परीक्षा में AIR-35 हासिल कर दिखाया।
उन्होंने बताया कि वह हर महीने, हर हफ्ते और हर दिन के हिसाब से रणनीति बनाते थे। संकेत ने कहा, “मैं अपने टेस्ट स्कोर के आधार पर तैयारी को ठीक करता था और फिर उसके हिसाब से चलता था।”
इंटरव्यू के लिए उन्होंने अपने डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म (डीएएफ) में हरेक कीवर्ड के नोट्स डिटेल में बनाए थे। वह शीशे के सामने बोलते थे। एक दोस्त की मदद भी लेते थे, जो इंटरव्यू के दिन तक लगभग हर दिन मॉक सेशन लेता था।
इंडियन मास्टरमाइंड्स से संकेत ने कहा, “पर्सनालिटी टेस्ट के दौरान बोर्ड के सदस्यों ने मुझसे तीन नेशनल लेवल के नीतिगत परिवर्तनों के बारे में पूछा। यह एक कठिन और फंसा देने वाला प्रश्न था। मेरा आधा इंटरव्यू तो इस सवाल पर मेरे जवाबों के इर्द-गिर्द ही घूमता रहा।”
इंजीनियरिंग बैकग्राउंड होने के कारण संकेत ने मैथमेटिक्स को अपना ऑप्शनल सब्जेक्ट बनाया। उनका कहना है कि मैथ के सवाल बनाने में उन्हें हमेशा ही मजा आता रहा है। हालांकि, विषय चुनते समय उन्होंने इसके हाई स्कोरिंग होने के अलावा भरपूर स्टडी मटेरियल मौजूद होने के फायदे आदि भी देखे थे।
उन्होंने कहा, “एक रिसर्चर के नाते मैं बहुत सारे सामाजिक-आर्थिक मंचों पर तकनीकी समाधान लागू करना चाहता हूं।”
मेंटल हेल्थ से समझौता कभी नहीं कियाः
अपनी तैयारी के दौरान संकेत ने कभी भी अपने मेंटल हेल्थ से समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा, “दिमाग जैसे ही थकने लगता, मैं आराम करता। मेरे लिए तैयारी के समय पढ़ने जैसे शौक और पॉप कल्चर के इस्तेमाल साथ-साथ चलते रहे हैं।”
यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए कुछ अच्छे सुझाव देते हुए संकेत ने तैयारी के साथ-साथ अपने मेंटल हेल्थ को हमेशा प्रायोरिटी देने की अपील की। इसके अलावा, वह उन्हें यह जानने की सलाह देते हैं कि क्या नहीं पढ़ना चाहिए। उनका कहना है कि यूपीएससी इस लेवल पर सामान्य लोगों की ही तलाश कर रहा है न कि बहुत खास लोगों की। इसलिए सबको अपनी तैयारी उसी के अनुसार करनी चाहिए।
अंत में वह कहते हैं, “रिवीजन करें, फीडबैक लें और फिर रिवीजन करते ही रहें। यह दौड़ में आगे रहने का एकमात्र जरूरी और कारगर तरीका है।”
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