जामिया मिलिया इस्लामिया की आरसीए यानी नौकरशाहों की नर्सरी
- Indian Masterminds Bureau
- Published on 30 May 2023, 12:24 pm IST
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हाइलाइट्स
- हाशिये पर रहने वाले छात्रों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को मुफ्त तैयारी कराने के लिए सरकार चला रही आरसीए कोचिंग
- प्रभारी प्रो. आबिद हलीम ने आरसीए के भीतर के जीवन और वहां मिलने वाले प्रशिक्षण के बारे में इंडियन मास्टरमाइंड्स को दी जानकारी
- बताया कि आरसीए जैसे सरकारी संस्थानों के पास कैसे संसाधनों की कमी है, जबकि प्राइवेट कोचिंग संस्थानों के पास पूंजी ही पूंजी है
- सृजन गर्डोनिया की रिपोर्ट
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) में इस बार जामिया मिलिया इस्लामिया के आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) के 23 कैंडिडेट का सलेक्शन हुआ है। पिछले साल भी इस मशहूर कोचिंग संस्थान के 23 कैंडिडेट को नौकरशाह बनने के मौके मिले थे। उनमें 2021 की टॉपर श्रुति शर्मा भी थीं। हाशिये पर रहने वाले छात्रों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के लिए सरकार इस कोचिंग संस्थान का संचालन करती है।
इसकी स्थापना 2010 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सेंटर फॉर कोचिंग एंड करियर प्लानिंग के तहत की थी। यह रहने की सुविधा देने के साथ-साथ सिविल सेवा की तैयारी करने वालों को मुफ्त कोचिंग भी देता है। अब तक आरसीए ने सिविल सेवा और अन्य केंद्रीय एवं राज्य सेवाओं के लिए 600 से अधिक अधिकारी तैयार किए हैं।
इंडियन मास्टरमाइंड्स इस पहल को शुरू करने के पीछे की प्रेरणा के बारे में आरसीए के प्रभारी प्रोफेसर आबिद हलीम से बात की। जाना कि वह इतने सफल कैसे हैं। प्रो. आबिद हलीम के साथ बातचीत का पूरा वीडियो देखें:
आरसीए में एडमिशनः
सिविल सेवा की तैयारी के लिए हर साल आरसीए 60 छात्रों का एडमिशन लेता है। पिछले वर्षों के लिए इसकी सफलता दर करीब 39 फीसदी रही, जो शानदार उपलब्धि है। इस मायने में कि अन्य कोचिंग एक भी कैंडिडेट के सफल होने पर शेखी बघारने लगते हैं, जबकि उनके यहां पढ़ने के लिए हजारों आते हैं।
आरसीए में एडमिशन के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। आरसीए एडमिशन के लिए टेस्ट लेता है। यह टेस्ट सीएसई के पैटर्न पर ही होता है। इसमें भी विकल्पों वाले सवाल (एमसीक्यू) पूछे जाते हैं। परीक्षा के एक पेपर में निबंध लेखन शामिल है। लिखित परीक्षा में पास होने के बाद कैंडिडेट पर्सनालिटी टेस्ट के लिए उपस्थित होते हैं। यह तीन घंटे तक चलता है। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी है। प्रत्येक तीन गलत प्रश्नों के लिए एक अंक काटा जाता है। इंटरव्यू 30 अंकों का होता है। प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद ही सिविल सेवा के लिए तैयारी शुरू कराई जाती है।
आरसीए ने इस साल के एडमिशन के लिए 22 मई से 5 जून तक एप्लीकेशन मंगाए हैं। एप्लीकेशन आरसीए की वेबसाइट jmicoe.in पर ऑनलाइन जमा किए जा सकते हैं। आरसीए एक व्यापक कोचिंग कार्यक्रम चलाता है। इनमें लेक्चरर, ट्यूटोरियल और मॉक टेस्ट शामिल हैं। आरसीए के पास प्रतियोगी परीक्षाओं पर पुस्तकों और पत्रिकाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ लाइब्रेरी भी है। आरसीए के पास अनुभवी शिक्षकों की एक टीम है, जो अपने-अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं।
निजी मदद मंजूरः
कई प्राइवेट कोचिंग संस्थान रैंक होल्डर तैयार करने का दावा करते हैं। कुछ प्राइवेट संस्थानों का दावा है कि उन्होंने कई छात्रों को तैयार किया है, हालांकि वे वास्तव में आरसीए से पढ़ते हैं। आबिद का कहना है कि ये संस्थान आरसीए के कैंडिडेट्स को कुछ कोचिंग देकर शान बढ़ाने के लिए अपने नामों का उपयोग कर लेते हैं।
आबिद ने कहा कि प्राइवेट कोचिंग संस्थानों के पास संसाधन काफी अधिक रहते हैं, जबकि सरकारी संस्थान संसाधनों के मामले में उनका मुकाबला नहीं कर सकते। हालांकि, प्रो. हलीम ने यह बताया कि इनमें से कई प्राइवेट कोचिंग संस्थान आरसीए को टेस्ट सीरीज और गेस्ट लेक्चरर के जरिये मदद करते हैं। इसके अलावा, कई रिटायर अधिकारी और शिक्षाविद इन छात्रों को सबसे कठिन परीक्षा पास करने में मदद करने के लिए मुफ्त में सलाह दे रहे हैं।
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