तनाव और बाधाओं से लड़ती हुई यूपीएससी को पार कर गई दिव्यांशी
- Muskan Khandelwal
- Published on 13 Jun 2023, 10:48 am IST
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हाइलाइट्स
- दिव्यांशी सिंगला ने तीसरी कोशिश में AIR 95 के साथ क्रैक किया UPSC CSE 2022
- दो बार फेल होने के बाद उन्होंने किया CSAT पर काम और मिल गया इनाम
- अपनी तरह ही तैयारी करने वालों का एक ग्रुप का साथ क्या मिला, दबावों से निकलना आ गया
हरियाणा के कैथल की रहने वाली हैं दिव्यांशी सिंगला। युवा और कुछ कर गुजरने की तमन्ना वाली। इसलिए यूपीएससी की सबसे कठिन सिविल सेवा परीक्षा में दो बार फेल होने के बावजूद तीसरी कोशिश में रंग जमा दिए।
कड़ी मेहनत, लगे रहने वाला जज्बा और समर्पण ने ही उन्हें इस बहुत कठिन परीक्षा में अच्छी रैंक दिलाई है। वैसे इस बार जो सही हुआ, वह यह कि उन्होंने सीसैट और हिस्ट्री पर काफी मेहनत की।
चुनौतियों पर काबू पानाः
कैथल में ही स्कूली शिक्षा पाने वाली दिव्यांशी ने दिल्ली के रामजस कॉलेज से केमिस्ट्री ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया है। इसके कुछ ही समय बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पर अपना ध्यान लगाया और पूरी लगन से तैयारी शुरू कर दी। हालांकि, उनके शुरुआती दो प्रयास असफल साबित हुए। इसलिए कि वह प्रीलिम्स स्टेज को ही क्लियर नहीं कर पाई थीं।
असफलताओं से विचलित हुए बिना दिव्यांशी ने अपनी कमजोरियों की पहचान की। नई सोच के साथ पढ़ने के तरीके में थोड़े बदलाव किए। वह कहती हैं, “मैंने अपने CSAT (सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट) कौशल को मजबूत करने के साथ-साथ हिस्ट्री, विशेष रूप से प्राचीन और मध्यकालीन (ancient and medieval) इतिहास में अपनी जानकारी को बढ़ाने की कोशिश की।” पिछली गलतियों को दोहराने से बचने की कोशिश की। इसके लिए टेस्ट सीरीज के साथ जी-तोड़ प्रैक्टिस की।
तैयारी के तरीकेः
दिव्यांशी ने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में सोशियोलॉजी को चुना। इसलिए कि यह उन्हें अपने हिसाब से थोड़ा अनुकूल लगा। वैसे तो उन्होंने ऑप्शनल के लिए कोचिंग नहीं ली, लेकिन जनरल स्टडीज के पेपर के लिए गाइडेंस लेना पड़ा। रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी (आरसीए) में शामिल होने से उन्हें एक सहायक माहौल मिला। वहां 24 घंटे लाइब्रेरी की सुविधाएं मिलने से काफी लाभ हुआ। वह कहती हैं, “इसने मुझे अपने साथियों के साथ उपयोगी चर्चा और मिलकर सीखने में सक्षम बनाया।”
इंटरव्यू राउंड के लिए उन्होंने अपने इस ग्रुप के साथ मिनी मॉक इंटरव्यू में भाग लिया और विभिन्न कोचिंग संस्थानों द्वारा आयोजित मॉक इंटरव्यू में भी भाग लिया। उन्होंने अपने डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म (डीएएफ) को सही तरीके से तैयार करने के लिए काफी समय दिया। उनका इंटरव्यू मुख्य रूप से उनके डीएएफ, केमिस्ट्री, सोशियोलॉजी और उनके अपने राज्य हरियाणा के इर्द-गिर्द घूमता रहा।
तनाव में संतुलन की तलाशः
अपने दूसरे प्रयास में निराशा का सामना करने के बाद दिव्यांशी ने मानसिक तनाव का अनुभव किया। इसे दूर करने के लिए मजबूत इरादे के साथ गलतियों और सुधार वाली बातों पर ध्यान दिया। तीसरी कोशिश के दौरान योग से तनाव को दूर रखने और मानसिक स्थिरता बनाए रखने में बहुत मदद मिली। उन्होंने कहा, “यूपीएससी की तैयारी करने वाले साथियों के ग्रुप ने भी परीक्षा के दबाव से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
सलाहः
उन्होंने सीएसई को क्रैक करने की दिशा में कड़ी मेहनत और स्मार्ट वर्क के महत्व पर जोर दिया। उनकी सलाह है, “उपलब्ध सीमित समय के भीतर विशाल सिलेबस को कुशलता के साथ कवर करें।” इसके अलावा वह तैयारी के दौरान मित्रों और परिवार के साथ संबंध बनाए रखने के महत्व पर भी बल देती हैं।
दिव्यांशी सिंगला की उल्लेखनीय उपलब्धि देश भर में अनगिनत यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए एक प्रेरणा है। उनकी यात्रा लक्ष्यों की खोज में दृढ़ता, समर्पण और अनुकूलता के गुणों का उदाहरण है।
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