न्यूयॉर्क से ग्रेजुएट अनुष्का ने कैसे अपने तीसरे प्रयास में हासिल की यूपीएससी में इतनी बड़ी सफलता
- Muskan Khandelwal
- Published on 29 May 2023, 4:12 pm IST
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हाइलाइट्स
- प्रीलिम्स और मेन्स की तैयारी के लिए 14 से 15 घंटे का समय दिया
- खुद ही की पूरी तैयारी, टॉपर्स टॉक से चुनी अपनी बुक लिस्ट
- अब पढ़ाई से ब्रेक लेकर बना रही हैं फैमिली वेकेशन प्लान
कोई कोचिंग नहीं। सिर्फ खुद की तैयारी से UPSC CSE 2022 न सिर्फ क्रैक किया, बल्कि 20वीं रैंक भी ले आईं। ऐसी हैं जयपुर, राजस्थान में पैदा हुईं अनुष्का शर्मा। उनके पिता बैंक ऑफ इंडिया में काम करते हैं। मां गृहिणी हैं। पिता का ट्रांसफर वाला जॉब है। इसलिए परिवार को जब-तब शहर बदलना पड़ता। इसलिए 10 साल की स्कूली शिक्षा जहां मुंबई के बाल भारती स्कूल से पूरी की, वहीं बाद के दो साल की पढ़ाई चंडीगढ़ में पूरी की।
12 वीं के तुरंत बाद अनुष्का के पिता का ट्रांसफर न्यूयॉर्क हो गया। ऐसे में उन्होंने बारूक कॉलेज, सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क से इकोनॉमिक्स में चार साल का बीबीए कोर्स किया। 2019 में ग्रेजुएशन करने के बाद जब वह उसी वर्ष अक्टूबर में भारत लौटीं, तब उन्होंने सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू करने का फैसला किया।
तीसरी कोशिश
वह 2020 में पहली कोशिश में प्रीलिम्स क्लियर नहीं कर सकीं। अगले साल यानी 2021 में दूसरी कोशिश में अंतिम सूची में आने से 7 मार्क्स से चूक गईं। अंत में तीसरी कोशिश में UPSC CSE 2022 में उन्होंने 20वीं रैंक हासिल की।
इंडियन मास्टरमाइंड्स के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, “यकीन नहीं था कि यह रैंक ले आऊंगी, क्योंकि परीक्षा को लेकर अंतिम तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। कुछ भी हो सकता है। लेकिन अब इस सफलता के साथ पूरी संतुष्टि है।” अनुष्का को खुद पर विश्वास था। इसलिए कि उन्होंने इस बार लगातार रिवीजन, मॉक टेस्ट और इंटरव्यू के साथ कड़ी मेहनत की थी।
ऐसी की तैयारी
अनुष्का आमतौर पर दिन में 8 से 10 घंटे तक पढ़ाई करती थीं। वैसे करीब आने पर उन्होंने प्रीलिम्स और मेन्स के लिए रोजाना 14-15 घंटे पढ़ाई की। उन्होंने कहा, “मेरी रणनीति सामान्य थी। मैंने टॉपर की बातों के आधार पर अपनी बुक लिस्ट तय की।” इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएट होने के कारण उन्होंने अपने वैकल्पिक विषय के रूप में इकोनॉमिक्स ही रखा। यह सुविधाजनक था।
अपनी रणनीति को साझा करते हुए अनुष्का ने कहा कि उन्होंने विभिन्न विषयों के छोटे-छोटे नोट्स के साथ बुक लिस्ट की एक सूची बनाई। इसमें जीआग्रफी, हिस्ट्री और अन्य विषयों की कई किताबें हैं। मैंने इन नोटों को लगातार रिवाइज किया।”
मेन्स के लिए उन्होंने 250 शब्दों में मोटी-मोटी बातें तय कीं। इसमें मुख्य बातें, परिभाषा, पक्ष और विपक्ष के पहलू शामिल थे। इस तरह किसी भी प्रश्न के लिए उनके मन में एक खाका तैयार हो गया था। उन्होंने कहा, “अंत में पिछले वर्षों के प्रश्नों को हल करने के साथ-साथ प्रीलिम्स और मेन के लिए मॉक टेस्ट के जरिये भी तैयारी की।”
ऐसा रहा इंटरव्यू
उन्होंने डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म (डीएएफ), करंट अफेयर्स और अपने वैकल्पिक विषय पर ध्यान केंद्रित किया। डीएएफ के लिए उन्होंने अपने राज्य, ग्रेजुएशन के सब्जेक्ट, माता-पिता के पेशे और अन्य के बारे में सभी महत्वपूर्ण बातों की गांठ बांध ली थी। करंट अफेयर्स के लिए उन्होंने तीन अखबार पढ़े और खुद को अपडेट रखा।
वह कहती हैं, “मैं अब पढ़ाई से ब्रेक लेकर दोस्तों और परिवार से जुड़ने जा रही हूं। आगे परिवार के साथ कुछ छुट्टियां बिताने की योजना बना सकती हूं।”
मूलमंत्र
यूपीएससी के लिए तैयारी करने वालों को सलाह देती हुईं अनुष्का ने उनसे खुद पर विश्वास करने, एक रणनीति बनाने और फेल होने पर कभी भी निराश न होने की अपील की। उन्होंने कहा, “अपनी गलतियों से सीखने की कोशिश करें और कड़ी मेहनत करते रहें। मेहनत का फल आपको जरूर मिलेगा।”
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