बिना कोई खास तैयारी किए आईआरएस अधिकारी बनीं आईपीएस अफसर
- Muskan Khandelwal
- Published on 7 Jun 2023, 1:21 pm IST
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हाइलाइट्स
- ट्रेनी आईआरएस अधिकारी ने इस साल पांचवें प्रयास में यूपीएससी में हासिल की 130वीं रैंक
- बचपन का सपना पिछले साल ही पूरा हो गया था, जब उन्होंने 242वां स्थान हासिल किया था
- हालांकि, बिना किसी खास तैयारी के ही इस बार उनकी रैंकिंग में सुधार आया
बिहार से जुड़ी एक वैज्ञानिक की बेटी और ह्यूमैनिटीज की पढ़ाई करने वाली प्रीति कुमारी ने UPSC CSE 2022 में देश भर में 130वां स्थान प्राप्त किया है। यह दूसरी बार है, जब उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पाई है। पिछले साल भी उन्होंने इस कठिन परीक्षा में 242वीं रैंक हासिल किया था। अभी भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी के रूप में ट्रेनिंग से गुजर रही हैं।
प्रीति ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत पश्चिम बंगाल से की थी। फिर उन्होंने चौथी से आठवीं तक की पढ़ाई पटना से की। उन्होंने 12वीं तक स्कूली शिक्षा दिल्ली में पूरी की। फिर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया।
प्रीति ने इंडियन मास्टरमाइंड्स से कहा, ‘पिछला साल मेरे लिए ज्यादा खास था, क्योंकि तब मैंने पहली बार सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की थी।’
बचपन का सपनाः
बिहार से ताल्लुक रखने वाली छात्रा के लिए सिविल सेवा पास करना बचपन का सपना था। जब वह नौवीं में थीं, तब ही उन्होंने इसके लिए मन बना लिया था। उन दिनों को वह याद करती हुए कहती हैं कि जब उन्होंने सीएसई के बारे में जाना, तो उन्हें बस इतना पता था कि यह देश और लोगों की सेवा करने का मौका देता है। उन्होंने इसी विचार के साथ इसकी शुरुआत की। हालांकि, समय बीतने के साथ उन्होंने कड़ी मेहनत करना शुरू किया और विषयों को पढ़कर आनंद लेने लगीं। वह कहती हैं- परीक्षा के लिए जिन चीजों की जरूरत होती है, उनमें अधिकांश बातें मेरे भीतर स्वाभाविक तौर से हैं।
इस पूरी यात्रा में उन्हें माता-पिता का पूरा सहयोग मिला। कई बार विफल होने के बाद भी प्रीति ने अपने सपने को नहीं छोड़ा।
उन्होंने इंडियन मास्टरमाइंड्स से बताया कि पांचवें प्रयास के लिए उन्होंने कोई खास तैयारी नहीं की थी। दरअसल उन्होंने तय किया था कि इस बार वह परीक्षा ही नहीं देंगी और ब्रेक लेंगी। हालांकि, उन्हें पता था कि चूंकि उन्होंने सीएसई पास कर लिया है, इसलिए उनके पास खोने के लिए कुछ खास नहीं है। कुछ प्रयास जरूर बाकी हैं। यह सोचकर ही उन्होंने फॉर्म भर दिया और बिना किसी तैयारी किए प्रीलिम्स देने चली गईं। हालांकि, फिर बाद में मेन्स और इंटरव्यू के लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत की और आखिरकार अच्छे रैंक के साथ वह सफल भी हुईं।
पिछली गलतियों को सुधाराः
पिछले तीन प्रयासों में जब प्रीति सफल नहीं हो सकी थीं, तब उन्हें लगा कि उनकी रणनीति में जरूर कोई कमी है। उन्होंने उन गलतियों को ढूंढ़ा और चौथे प्रयास के दौरान उन्हें ठीक किया।
इस बार उन्होंने लिखने की रणनीति पर काफी काम किया। हालांकि, उनके नंबर में अधिक सुधार नहीं आए, लेकिन इंटरव्यू में अच्छे अंक मिलने से रैंक अच्छी मिल गई। पिछले साल पर्सनालिटी टेस्ट में उन्हें 151 अंक मिले थे। इस साल पिछली बार की गई गलतियों को ठीक करने के बाद उन्हें सीधे 198 अंक मिल गए।
ऑप्शनलः
11वीं और 12वीं में ह्यूमैनिटीज विषय और पॉलिटिकल साइंस से ग्रेजुएशन करने के बाद प्रीति ने पॉलिटिकल साइंस एंड इंटरनेशनल रिलेशंस को अपना ऑप्शनल सब्जेक्ट चुना। उन्होंने कहा कि सभी विषयों में उन्हें सबसे ज्यादा प्यार पॉलिटिकल साइंस से ही है।
सलाहः
यूपीएससी की तैयारी करने वालों को प्रीति टिप्स देती हैं कि वे यह समझने पर ध्यान दें कि परीक्षा में क्या मांग की गई है और उसके अनुसार कड़ी मेहनत करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करने चाहिए और टेस्ट सीरीज़ देनी चाहिए। लेकिन इससे भी जरूरी बात यह है कि परीक्षा में फेल होने की आशंका के मद्देनजर प्लान बी जरूर होना चाहिए।
तैयारी के दौरान उन्होंने अपनी मानसिक और शारीरिक सेहत को कैसे संतुलित किया…इस पर वह कहती हैं कि सीएसई इस पर भारी पड़ता है। उन्होंने कहा कि हर रोज कम से कम 45 मिनट तक कोई न कोई फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें। मैंने सोशल मीडिया का कम उपयोग करने की कोशिश की, ताकि अन्य लोगों के साथ तुलना कम हो और जीवन की बड़ी तस्वीर जानने के लिए थोड़ा-सा आध्यात्मिक होने की वजह से भी मुझे बहुत मदद मिली।
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